मध्यप्रदेश में इस बार शिवराज की राह दिख रही मुश्किल

भोपाल  पांचों राज्यों का चुनावी संग्राम खत्म होने के बाद अब सबकी निगाहें परिणामों पर हैं। मध्यप्रदेश में बीते 28 नवंबर को सभी 230 सीटों पर मतदान हुए थे। भाजपा की पिछले 15 साल से सूबे में सरकार है। शिवराज सिंह ने लगातार चौथी मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी ताकत लगा दी। चुनावी पंडित इस विधानसभा चुनाव को शिवराज को चुनने या नकारने के बीच जा चुनाव मान रहे हैं।
चुनाव के परिणाम तो 11 दिसंबर को जारी होंगे मगर उससे पहले नजर डालते हैं एग्जिट पोल के आंकड़ों पर-
टाइम्स नाउ-सीएनएक्स एग्जिट पोल
भाजपा 126
कांग्रेस 89
अन्य 15
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल
भाजपा 102-120 सीटें (40% वोट)
कांग्रेस 104-122 सीटें (41% वोट)
अन्य 04-11 सीटें (19% वोट)
रिपब्लिक टीवी- सी वोटर एग्जिट पोल
भाजपा 90-106 सीटें
कांग्रेस 110-126 सीटें
अन्य 6-22 सीटें
एबीपी-सीएसडीएस एग्जिट पोल
भाजपा 94 सीटें
कांग्रेस 126 सीटें
अन्य –
न्यूज 24-PACE
भाजपा 103 सीटें
कांग्रेस 115 सीटें
अन्य 10 सीटें
न्यूज नेशन
भाजपा 108-112 सीटें
कांग्रेस 105-109 सीटें
अन्य 11-15 सीटेंं
2013 चुनाव में पार्टियों की स्थिति- मध्यप्रदेश
भाजपा
165
कांग्रेस
58
अन्य
7
कांग्रेस ने चुनाव में मुख्यमंत्री के खिलाफ बुधनी से अरुण यादव को मैदान में उतारा।  भाजपा और कांग्रेस के अलावा इस चुनावों में बहुजन समाज पार्टी ने 227 और समाजवादी पार्टी ने 51 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। प्रदेश में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने भी 208 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए।
इस बार प्रदेश में कुल पांच करोड़ से मतदाताओं की संख्या थी। चुनाव आयोग ने पिछली बार से 21.24% ज्यादा 65,341 मतदान बूथ बनाए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रचार के दौरान 21 जनसभाएं की और जमकर हमला बोला। फिर से भाजपा सरकार बनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी 25 सभाएं की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद 100 से ज्यादा सभाओं को संबोधित किया।