प्रदेश में भाजपा की कमान संभालने वाले राकेश सिंह करीब आठ माह बाद अपनी टीम का गठन करने की तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि उनकी नई टीम में करीब आधे नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते वे अब तक पुरानी टीम के भरोसे ही काम कर रहे हैं। दरअसल कुछ माह बाद
लोकसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में अब श्री सिंह अपनी नई टीम का गठन जल्द कर लेना चाहते हैं। दरअसल मौजूदा टीम में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के दस उपाध्यक्षों में से सात चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं । इसी तरह से चार में से एक महामंत्री और 10 में से 4 मंत्री भी टिकट पाकर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनकी किस्मत का फैसला दो दिन बाद होने वाला है। दो दिन बाद होने वाली मतगणना से प्रदेश में किस दल की सरकार बन रही है यह तय हो जाएगा। जिसका असर भी भाजपा की कार्यकारणी के गठन पर पडऩा तय माना जा रहा है। फिलहाल भाजपा के प्रदेश मंत्री राघवेंद्र ऋषि जबेरा से बागी होकर चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिसकी वजह से पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है इस वजह से उनके स्थान पर पहले से ही नई नियुक्ति होना तय है। बदलाव के पीछे संगठन का पूरा फोकस मई में होने वाले लोकसभा चुनाव होंगे। ऐसे में अनुसूचित जाति और आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व संगठन बढ़ा सकता है। जिन नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाना है, उन्हें संगठन से मुक्त किया जा सकता है। साथ ही नए प्रभावशाली चेहरों को लाया जा सकता है।
ये पदाधिकारी चुनावी मैदान में
प्रदेश उपाध्यक्ष- अरविंद भदौरिया, रंजना बघेल, उषा ठाकुर, रामलाल रौतेल, प्रदीप लारिया, सुदर्शन गुप्ता, रामेश्वर शर्मा
प्रदेश मंहामंत्री – मनोहर ऊंटवाल
प्रदेश मंत्री – शरदेंदु तिवारी, बृजेंद्र प्रताप सिंह, कृष्णा गौर
प्रदेश कोषाध्यक्ष – हेमंत खंडेलवाल