सियासत का पहला बड़ा फैसला, सीएम कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी समेत दिये यह 5 कल्याणकारी आदेश

सियासत का पहला बड़ा फैसला, सीएम कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी समेत दिये यह 5 कल्याणकारी आदेश.

सियासत का पहला बड़ा फैसला, सीएम कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी समेत दिये यह 5 कल्याणकारी आदेश

भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सीएम पद की शपथ लेते ही एक्शन मोड में आ गए हैं। दोपहर ढाई बजे शपथ लेने के तुरंत बाद कमलनाथ भोपाल स्थित एनेक्सी भवन (वल्लभ भवन) का लोकार्पण करने पहुंचे। वहीं, उन्होंने प्रदेश के सबसे बड़े मुद्दे यानि किसान कर्ज माफी से जुड़ी फाइल पर हस्ताक्षर करते हुए दो लाख तक की राशि को माफ करने का फैसला लिया है। कमलनाथ द्वारा लिया गया यह फैसला मध्य प्रदेश की राजनीति का सबसे बड़ा फैसला है।

अल्पकालीन कर्ज माफ

अपने आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए कमलनाथ ने विस्तृत तौर पर बताया कि, मध्य प्रदेश के उन किसानो के कर्ज माफ किए जाएंगे, जिनपर 31 मार्च 2018 से पहले से बैंकों का कर्ज है। कमलनाथ ने आदेश जारी करते हुए कहा कि, उन किसानो का 2 लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा, जिनपर 31 मार्च 2018 तक राष्ट्रीय और सहकारी बैंकों का कर्ज है, यानि सिर्फ अल्पकालीन कर्ज माफ किया जाएगा।

पांच कल्याणकारी आदेश किए जारी

किसान कर्जमाफी के अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चार अन्य कल्याणकारी आदेश ओर भी जारी किए हैं। इनमें कमलनाथ ने कहा कि, निवेश नीति में संशोधन करके उद्योग संवर्धन नीति के तहत प्रदेश के 70 फीसदी लोगो को रोजगार दिया जाएगा। इसके अलावा कमलनाथ ने कन्या विवाह योजना की राशि 25 हज़ार से बढ़ाकर 51 हजार रुपये करने का फैसला लिया है। अपनी ओर से जारी अन्य आदेश में कमलनाथ ने कहा कि, प्रदेश में चार फूड प्रोसेसिंग और गार्मेंट पार्क भी विकसित किए जाएंगे। वहीं, अंतिम आदेश में कमलनाथ ने कहा कि, प्रदेश के हर गांव में गैशाला बनाई जाएगी।

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IMAGE CREDIT:सीएम कमलनाथ की बड़ी बातें

सीएम बनने के बाद एक न्यूज चेनल को दिए साक्षात्कार में कमलनाथ ने कहा कि, मेरा सौभाग्य है कि, मुझे कांग्रेस की तीन पीड़ियों के साथ काम करने का मौका मिला। विधानसभा सीट को लेकर उन्होंने संकेत दिए कि, छिंदवाड़ा की ही किसी सीट से वह चुनाव लड़ सकते हैं। साथ ही, अपनी सांसद सीट पर किसे नियुक्त किया जाए, इसका फैसला जनता से पूछकर करने की बात कही है। कमलनाथ से पूछा गया कि, प्रदेश में रोज़गार को बढ़ाने के लिए क्या करेंगे? इसपर जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा कि, हम ऐसा माहौल बनाएंगे कि, व्यापार के लिए कारोबारी प्रदेश की तरफ आकर्षित हों। कमलनाथ ने प्रदेश में पेट्रोल-डीज़ल के दामों पर बढ़े हुए कर पर भी आलाकमान से विचार करके संशोधन करने की सेहमति जताई है।

खूब गर्माई थी राजनीति

आपको बता दें कि, किसान कर्जमाफी प्रदेश का सबसे मुख्य मुद्दा है। मंदसौर में राहुल गांधी की किसान कर्जमाफी की घोषणा के बाद से राजनीतिक गलियारों में यह मुद्दा सबसे अहम माना गया। राजनीतिक जानकारों के अनुसार किसान कर्ज माफी की घोषणा को कांग्रेस की सत्ता वापसी का रामबाढ़ माना जा रहा है। इसका कारण यह था कि, जबसे राहुल गांधी ने कर्जमाफी की घोषणा की थी, तब से किसानो द्वारा बैंकों में जमा की जाने वाली कर्ज की राशि में 90 फीसदी की कमी आ गई थी। इसे लेकर भाजपा की ओर से कई तंज भी कसे गए, पूर्व सीएम शिवराज सिंह समेत भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस के इस ऐलान को हवाई फायर करार दिया था, लेकिन आज सीएम कमलनाथ द्वारा लिए गए फैसले ने उन सभी हमलों को खारिज कर दिया है।