MP में सरकार बनते ही पहले ही दिन किया मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फर्ज़ीवाढ़ा.
मंगल भारत भोपाल:-कौन सा है यह फर्जीवाड़ा जो इल्जाम लग सकता है कमलनाथ पर यह पूरी खबर पढ़िए मनीष द्विवेदी प्रबंध संपादक मंगल भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के साथ.
हाल ही के चुनावों में तीन राज्यो में सत्ता पाने वाली कांग्रेस एक बार फिर से विपक्ष के निशाने पर है। वैसे पहले भी फर्ज़ीवाड़े और कांग्रेस का दामन चोली वाला साथ रह है। इस बार MP में सरकार बनते ही पहले ही दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक ऐसा फर्ज़ीवाड़ा किया है जिसको अभी तक सब कांग्रेस की उपलब्धि बता रहे हैं। आइये जानते है कि क्या है पूरा मामला।
दरअसल सत्ता में आते ही कांग्रेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने मध्यप्रदेश के किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने के लिए एक बेहतरीन कदम उठाया है किंतु क्या आप जानते है कि यह एक तरह का जुमला ही साबित हो सकता है। असल में कांग्रेस ने काफी चालाकी दिखाई, मीडिया पहले से सेट है, संविधान के हिसाब से बिना मंत्रिमंडल, मंत्री परिषद् के बने कोई भी मुख्यमंत्री अकेले अपनी मर्जी से कोई काम नहीं कर सकता। कमलनाथ ने कल ही साइन किया जबकि मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल नहीं बना, कैबिनेट की बैठक भी नहीं हुई, और राज्यपाल से कैबिनेट को मंजूरी भी नहीं मिली।
मध्यप्रदेश की सत्ता में कांग्रेस है, सारे IAS इत्यादि कांग्रेस के पास है, इन सभी को नियम पता है की कोई भी फैसला करने से पहले कैबिनेट बनाना होता है, बिना कैबिनेट के फैसले NULL एंड VOID होने है। तो अब ऐसे में यह कदम एक तरह का फर्ज़ीवाड़ा ही हुआ। भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेर सकती हैं।