भोपाल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार की कर्जमाफी को छलावा बताते हुए गुरुवार को कहा कि आधी-अधूरी कर्जमाफी की घोषणा राज्य के किसानों के साथ घोर अन्याय है।
चौहान ने ट्विटर पर लिखा, ’31 मार्च 2018 तक का टाइम बैरियर लगाकर, छन्नी लगा कर आधी-अधूरी कर्जमाफी की घोषणा मेरे प्रदेश के किसान भाइयों-बहनों के साथ घोर अन्याय है।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को ऐसे छलावे से दूर रहना चाहिए। लेकिन, ये वह ठीक से जान ले कि मैं सोया नहीं हूं, मैं जाग रहा हूँ और मेरी पैनी नज़रें उन पर ही हैं।’ आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालते ही कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी के ‘वचन पत्र’ (घोषणा पत्र) में किये गए कर्जमाफी के वादे के अनुसार सोमवार की शाम को सबसे पहले किसानों के दो लाख रुपये तक की कर्जमाफी की फाइल पर हस्ताक्षर किए थे।
कर्जमाफी की फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद मध्य प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजोरा ने इस संबंध में तुरंत उसी दिन आदेश जारी कर दिए गए थे। सोमवार की शाम को जारी इस आदेश में कहा गया है, ‘मध्य प्रदेश शासन द्वारा निर्णय लिया जाता है कि मध्य प्रदेश राज्य में स्थित राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों में अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में शासन द्वारा पात्रता अनुसार पात्र पाए गए किसानों के दो लाख रुपये की सीमा तक का 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया फसल ऋण माफ किया जाता है।’
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने इस साल सात जून को मंदसौर जिले की पिपल्या मंडी में एक रैली में घोषणा की थी कि अगर मध्य प्रदेश में उनकी सरकार आएगी, तो वह 10 दिन के अंदर किसानों का कर्ज माफ कर देगी, 11वां दिन नहीं लगेगा। इसके बाद कांग्रेस ने किसानों के कर्जमाफी को अपने ‘वचन पत्र’ में शामिल किया था।