भारत रत्न के सम्मान को वापस लेने का प्रस्ताव बहुत ही निंदा योग्य है – नितिन भंसाली

दिल्ली विधानसभा में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के भारत रत्न के सम्मान को वापस लेने का प्रस्ताव बहुत ही निंदा योग्य है – नितिन भंसाली.

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के भारत रत्न की उपाधि के सम्मान को दिल्ली विधानसभा में वापस लेने का जो प्रस्ताव रखा गया है वह बेहद ही निंदनीय है।

इस विषय पर जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने कड़ी आपत्ति जताते हुए का है कि हम सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर भारत की प्रतिष्ठा और सुचिता का ध्यान रखना चाहिए। भारत के सभी सम्मानीय प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और नेताओं का हमें हमेशा सम्मान करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को हमारे देश के विशाल इतिहास के बारे में उचित जानकारी मिली सके। लेकिन दिल्ली विधानसभा में कल जो प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसमें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के भारत रत्न के सम्मान को वापस लेने की पेशकश की गई थी वह निंदा योग्य है। यह स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी का ही नहीं बल्कि पूरे देश का अपमान है। किसी भी दल के नेता को ऐसी अवांछित हरकत से बचना चाहिए।

साथ ही नितिन भंसाली ने आम आदमी पार्टी की विधायिका अल्का लांबा की ओर से इस विषय पर इस्तीफ़े की पेशकश को उचित कदम बताया है और उनका समर्थन करते हुए कहा है कि कोई भी नेता, राजनीति या देश की सुचिता से ऊपर नहीं होता और आम आदमी पार्टी की विधायिका होते हुए भी अल्का लांबा ने अपनी ही पार्टी के विरुद्ध जाकर देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले कदम का जो विरोध किया है वह सर्वथा उचित है और सभी को उनका समर्थन करना चाहिए।

अंत में नितिन भंसाली ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को संयुक्त रुप से सामने आकर पूरे देश के सामने ऐसे घृणित कार्य के लिए तत्काल प्रभाव से माफी मांगी चाहिए।

नितिन भंसाली,
प्रवक्ता, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)