समाजवादी पार्टी के पूर्व कद्दावर नेता अमर सिंह और सपा के मौजूदा नेता आजम खान के बीच तकरार जगजाहिर है. दोनों नेता सार्वजनिक तौर पर एक दुसरे पर बयानबाजी करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. हाल ही में अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि आजम और उनके बीच की तकरार, बयानबाजी से काफी आगे निकल गई है. उन्होंने बताया कि इस झगड़े की शुरुआत जयाप्रदा के कारण हुई थी और यह बात वह ऑन रिकॉर्ड बोल रहे हैं.
अमर सिंह ने कहा कि उनका जयाप्रदा जी से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं था वह आजम खान की उम्मीदवार थीं. जयाप्रदा के साथ आजम खान ने कुछ ऐसा किया जिस पर वह बोलना चाहें या ना चाहें यह उनकी मर्जी? पर लोग बोल रहे है.
अमर सिंह ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत तत्कालीन सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह से की लेकिन उन्होंने आजम के खिलाफ कार्रवाई करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद से ही उनके और आजम खान के बीच झगड़े शुरू हो गया.
इसी दौरान अमर सिंह ने आजम खान के एक कथित इंटरव्यू के बारे में बताया. जिसमें आजम ने कहा था कि अमर सिंह और उनके जैसे लोगों की जवान होती बेटियों को तेजाब डालकर जलाना चाहिए और उन जैसे लोगों की बहु और बेटियों को खींचकर टुकड़े-टुकड़े करना चाहिए.
इस दौरान उन्होंने रामपुर वाली घटना का जिक्र किया. वह 500-700 बंदूके राइफल लेकर रामपुर की ओर गए थे. मैं जीप चला रहा था और मेरे हाथ में बंदूक थी. मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं घोड़े पर हूं और मेरे हाथ में शमशीर है और मैं खुद शमशेर हूं.
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यकीन कीजिए अगर उस दिन आजम खान घर से निकल जाता तो हिं$सा होना तय था या तो वह मुझे मारता या मैं उसे मारता. आपको बता दें कि इस कथित बयान के बाद अमर सिंह रामपुर में आजम खान से भिड़ने पहुंचे थे.