नोएडा: नमाज से पहले प्रशासन ने पार्क में भरवाया पानी, कांग्रेस ने पूछा- आरएसएस की शाखा पर रोक क्यों नहीं?

नोएडा के सेक्टर-58 स्थित पार्क में नमाज पढ़ने का मुद्दा पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है। 3 दिन पहले पार्क में नमाज पढ़ने को लेकर नोएडा पुलिस ने इंडस्ट्रियल में स्थित सभी कंपनियों को नोटिस भेजा था। वहीं आज अधिकारियों के रवैये ने यह साफ कर दिया है कि पार्क में नमाज नहीं पढ़ने दी जाएगी। इसको लेकर पार्क के आसपास पुलिस बल तैनात रहा, जबकि नोएडा प्राधिकरण द्वारा नियमित प्रक्रिया का हवाला देते हुए पार्क में पानी भर दिया गया। पार्क में इतना पानी भरने से प्रशासन पर एक बार फिर से सवाल उठे है।

खबरों के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर 58 में जिस पार्क में नमाज के लिए नोएडा पुलिस ने कंपनियों को नोटिस भेजा था, उस पार्क में नोएडा अथॉरिटी ने पानी भरवा दिया है। ताकि वहां कोई धार्मिक आयोजन न हो सके और नमाज न पढ़ी जा सके। अथॉरिटी ने पार्क में पानी भरे जाने पर सफाई देते हुए कहा है कि पार्क में पानी छिड़काव का काम रूटीन का है। पानी ज्यादा भरने पर उन्होंने तर्क दिया कि पानी की मोटर खराब हो गई है। इसके चलते पानी भर गया है। पार्क में सर्दियों में पार्क में इतना पानी भरने से प्रशासन के इस रवैये पर एक बार फिर से सवाल उठ गए हैं।

बता दें कि 3 दिन पहले अथॉरिटी के पार्क में नमाज और अन्य किसी तरह के धार्मिक आयोजन को लेकर नोएडा पुलिस ने इंडस्ट्रियल में स्थित सभी कंपनियों को नोटिस भेजा था। पुलिस ने कहा था कि अगर पार्क में कोई नमाज पढ़ता देखा गया तो पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी और उसी पर कार्रवाई की जाएगी

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता संपूर्णानंद ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को पत्र लिखकर पूरे राज्य में पब्लिक प्लेस पर बिना इजाजत लगने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं पर रोक लगाने की मांग की है।

Sampooranand,UP Congress: Have written to a letter to DGP, why does the rule not apply to RSS Shakhas, why only Namaz not allowed in public places? This was an unnecessary order from UP administration. It is about rule of la

उन्होंने कहा, “मैंने डीजीपी को पत्र लिखा है और पूछा है कि कानून आरएसएस की शाखा पर क्यों नहीं लागू होता? क्यों सिर्फ नमाज को ही पब्लिक प्लेस पर रोका जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश प्रशासन का अनावश्यक आदेश था।

इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने योगी सरकार पर निशाना साधा था। विपक्षी पार्टियों का कहना था कि लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए इस प्रकार की साजिशें रची जा रही हैं।