राजनीति को सुख का साधन मानने वाले नेताओं के लिए प्रदेश के मंत्री महेंद्र सिसोदिया ने मिसाल पेश की है। एक तरफ जहां कमलनाथ मंत्रिमंडल के सदस्य शपथ लेने के बाद बड़े सरकारी बंगले पाने के लिए प्रमुख सचिव गृह मलय श्रीवास्तव से मिलते नजर आए, वहीं मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि वे सरकारी बंगला नहीं लेंगे, बल्कि अपने निजी बंगले से ही सरकारी कामकाज करेंगे। उनका मानना है कि सरकारी बंगले में रहने से सरकार पर बोझ
ज्यादा पड़ता है और उसका रखरखाव हर वर्ष करवाना पड़ता है। सरकारी खर्चों को कम करने के लिए ही उन्हें अपने निजी मकान में रहने का निर्णय लिया है। मंत्री सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मितयव्यता पर ज्यादा जोर देने के निर्देश मंत्रियों को दिए हैं और इसका पालन करते हुए मैंने सरकारी बंगले में नहीं रहने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने निजी बंगले से ही सरकारी कामकाज करूंगा और स्टाफ भी निजी बंगले पर बैठेगा, इतनी जगह मेरे बंगले पर है।