मंत्री की पहल से दो दर्जन बंधक मजदूरों को मिली राहत.
प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की पहल पर दो दर्जन मजदूरों को नारकीय जीवन से मुक्ति मिल गई है। यह मजदूर उनके इलाके के रहने वाले हैं। दरअसल काम की तलाश में यह सभी महराष्ट्र गए थे, जहां पर उन्हें बंधुआ बनाकर खेतों पर काम कराया जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने के बाद मंत्री ने इन्हें तत्काल मुक्त कराकर घर वापसी के निर्देश कलेक्टर व एसपी को दिए थे। इसके बाद उन्हें मुक्त कराकर लाया गया है। इन मजदूरों को काम के बदले न तो वेतन दिया जा रहा था और न ही भरपेट भोजन। इन मजदूरों को महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के ग्राम भलवनी से मुक्त कराया गया है। मौके पर जब पुलिस टीम पहुंची तो वहां पर महिला, पुरुष एवं बच्चों सहित 24 लोग खेतों में काम करते मिले। यह सभी मजदूर सहरिया आदिवासी समाज के हैं। इन लोगों को अब मंत्री द्वारा गांव के आसपास ही कोई रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने दो आईपीएस अफसरों का दिया उदाहरण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पसंद माने जाने वाले दो आईपीएस अफसरों के राज का खुलासा हो गया है। यह राज स्वयं सीएम ने बीते रोज गृह विभाग की समीक्षा बैठक में खेला है। इसकी वजह है एडीजी डीसी सागर और भोपाल के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर द्वारा अपनी सेहत पर फोकस किया जाना। उनके द्वारा इन दोनों ही अफसरों का उदाहरण देते हुए कहा गया कि पुलिसकर्मियों को उनकी तरह ही आइडियल बनना चाहिए। अकसर पुलिस अफसर भी फिटनेस पर ध्यान नहीं देते। उन्हें काम के साथ सेहत पर भी फोकस करना चाहिए। उन्होंने डीजीपी और एसीएस गृह से पूछा- सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स इंडेक्स में जिले की रैंकिंग क्यों नहीं हुई? पुलिस अफसर कितने मैदानी दौरे करते हैं? मैदानी अफसरों की कानून संबंधी ट्रेनिंग कब से नहीं हुई? इन सवालों पर दोनों अफसरों ने जवाब में ज्यादा कुछ नहीं कहा। इसके बाद उनके द्वारा कानून संबंधी ट्रेनिंग पर ध्यान देने को भी कहा गया।
भार्गव ने कसा नरोत्तम के दिल्ली दौरे पर तंज
लोकनिर्माण मंत्री और प्रदेश के वरिष्ठतम विधायकों में शामिल गोपाल भार्गव ने दो दिन पहले नरोत्तम मिश्रा के अचानक दिल्ली दौरे को लेकर बड़ा तंज कसा है। उनका कहना है कि वे भाजपा का सबसे सीनियर विधायक और मंत्री भी हैं, लेकिन कभी भी वे दिल्लीवादी नहीं रहे। दिल्ली दौरों पर कभी भरोसा भी नहीं करता हूं। यह तंज उनके द्वारा गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की दिल्ली यात्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर कसा गया। उनके द्वारा दिल्लीवादी न होने की वजह भाजपा का अनुशासित पार्टी होना बताया गया है। उनका कहना है कि पार्टी में सिफारिश, लॉबिंग अथवा लाइजनिंग की जरूरत नहीं पड़ती। इस दौरान उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जो नेता दिल्ली जाते हैं, वे उतना समय आम जनता की योजनाओं को उन तक पहुंचाने और उनके विकास में करें। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री रविवार को अचानक दिल्ली गए थे। कुछ माह पहले भी उनका दिल्ली दौरा चर्चाओं में रह चुका है।
अब गृह मंत्री ने दी बुल्लीबाई ऐप बंद करने की चेतावनी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निशाने पर अब बुल्लीबाई ऐप आ गया है। इसकी वजह है इस ऐप पर मुस्लिम महिलाओं के आपत्तिजनक कंटेंट का उपयोग किया जाना। जब गृहमंत्री को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने इस मामले में सख्त चेतावनी दी है। उनका कहना है कि उनकी जानकारी के मुताबिक फिलहाल अब यह ऐप बंद कर दिया गया है, लेकिन उसके बाद भी कोई शिकायत मिलती है तो हम भी कड़ी कार्रवाई करेंगे। उनका कहना है कि हमारे लिए नारी पूज्य है। वह किसी भी धर्म,समाज की हो सदा सम्मानीय है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी यह हरकत की है उनके खिलाफ केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है। फिर भी इसको लेकर
कोई शिकायत मिलती है, तो मप्र पुलिस भी कड़ी कार्रवाई करेगी।