भोपाल/मंगल भारत। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष
डॉ.सीतासरन शर्मा इन दिनों अपनी ही सरकार में प्रशासन से बेहद नाराज चल रहे हैं। उनकी नाराजगी का आलम यह है कि वे अब तक गुस्से में शासन को 23 शिकायती पत्र लिख चुके हैं। इस गुस्से की वजह है उनकी शिकायत पर दो आईएएस अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया जाना। यह दोनों वे अफसर हैं, जो शर्मा के गृह जिले में पदस्थ रह चुके हैं। लगतार पत्र लिखकर शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं किए जाने से शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों पर निशाना साधा है। उनका आरोप है कि वरिष्ठ स्तर पर दोनों आईएएस अफसरों को बचाने का काम किया जा रहा है। वे कहते हैं कि देखता हूं की कब तक उन्हें बचाया जाता है। अब मैं लगभग हर दिन एक पत्र मुख्य सचिव को और एक पत्र सामन्य प्रशासन शाखा को लिखा करुंगा। उनके द्वारा बीते डेढ़ साल में इस मामले को लेकर 23 से अधिक पत्र लिखे जा चुके हैं। खास बात यह है कि उनके पत्रों पर क्या कार्रवाई हुई इसकी तक जानकारी प्रशासन द्वारा उन्हें नहीं भेजी जा रही है। यह पूरा मामला होशंगाबाद के तत्कालीन कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और तत्कालीन आईएएस अफसर एसडीएम हरेन्द्र नारायण का है। उनका कहना है कि वे दो साल पहले मई 2020 से लगातार प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन और मुख्य सचिव कार्यालय को पत्र लिख कर जिले में की गई गड़बड़ियों के मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस पर कार्रवाई न होने की वजह से वे यह मामला विधानसभा में भी उठा चुके हैं। अब उनके द्वारा यह मामला विशेषाधिकार हनन समिति को भी दिया गया है। उधर राज्य शासन के अनुसार आईएएस शीलेन्द्र सिंह को शोकॉज नोटिस थमाया जा चुका है, लेकिन हरेन्द्र नारायण को अभी तक कोई नोटिस तक नहीं दिया गया है। इस मामले में डॉ. शर्मा का कहना है कि मेरे द्वारा इन दोनों अफसरों को लेकर लगातार पत्र लिखे जा रहे हैं। दोनों द्वारा होशंगाबाद में पदस्थापना के समय अनियमितताएं की गई हैं। मेरे पत्र को सीएस कार्यालय से जीएडी और फिर वहां से संभाग आयुक्त को भेज दिया जाता है, लेकिन कार्रवाई कुछ भी नहीं हो रही है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बचा रहे हैं। पर, मैं भी शांत नहीं रहूंगा, पत्र लगातार लिखता रहूंगा।
पत्र में इस तरह की शिकायतें
शर्मा द्वारा अब तक लिखे गए पत्रों में आईएएस व तत्कालीन कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह पर विधि विपरीत काम करने और आपराधिक तत्वों को संरक्षण देने की शिकायत पर की गई कार्रवई की जानकरी चाही गई है। इसी तरह से पत्र में इटारसी के पूर्व एसडीएम हरेन्द्र नारायण द्वारा की गई अनियमितताओं एवं आपराधिक कृत्य के अलावा नियम विरुद्ध अधिकार के बाहर जाकर काम करने की जांच करने से लेकर उन पर अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी देने की मांग की गई है। उनके पत्र के उत्तर में सामन्य प्रशासन विभाग द्वारा जो अब तक जबाव भेजा गया है उसमें कहा गया है कि 4 जून 2020 की शिकायत पर नर्मदापुरम संभाग के आयुक्त से मांगे गए प्रतिवेदन में शीलेन्द्र सिंह के विरुद्ध की गई शिकायत के बिंदु प्रमाणित नहीं पाए गए। इसी तरह से 5 जून की शिकायत पर मामले में भी संभाग आयुक्त ने शीलेन्द्र सिंह के खिलाफ शिकायत के बिंदु प्रमाणित नहीं पाए हैं।