प्रमुख सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन पर देश भर के
जिलाधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र, राज्यों और स्थानीय प्रशासन की टीम वर्क आकांक्षी जिलों में अच्छे परिणाम दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश को आगे ले जाने में बाधाओं को दूर करने के लिए ‘आकांक्षी जिलों’ (Aspirational Districts) की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा, “जब दूसरों की आकांक्षाएं, अपनी आकांक्षाएं बन जाएं, जब दूसरों के सपनों को पूरा करना अपनी सफलता का पैमाना बन जाए, तो फिर वो कर्तव्य पथ इतिहास रचता है। आज हम देश के आकांक्षी जिलों में यही इतिहास बनते हुए देख रहे हैं।” उन्होंने कहा, “आज आकांक्षी जिले, देश के आगे बढ़ने के अवरोध को समाप्त कर रहे हैं। आप सबके प्रयासों से, आकांक्षी जिले, आज गतिरोधक के बजाय गतिवर्धक बन रहे हैं।” पीएम ने कहा, “आकांक्षी जिलों में विकास के लिए प्रशासन और जनता के बीच सीधा कनेक्ट, एक इमोशनल जुड़ाव बहुत जरूरी है। एक तरह से गवर्नेंस का ‘टॉप टू बॉटम’ और ‘बॉटम टू टॉप’ फ्लो। और इस अभियान का महत्वपूर्ण पहलू है – टेक्नोलॉजी और इनोवेशन।”
सुशासन में जिला प्रशासन के महत्व पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सरकार को योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने में मदद करता है। उन्होंने अधिकारियों को क्षेत्र के दौरे और निरीक्षण के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार करने का सुझाव दिया। उन्होंने सिविल सेवकों से भी आह्वान किया कि वे देश के लिए उसी उत्साह के साथ काम करें, जो उन्होंने सेवा में पहले दिन किया था। पीएम ने कहा, “पिछले 4 सालों में देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन-धन खातों में 4 से 5 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है, हर गांव तक बिजली पहुंची है और बिजली सिर्फ गरीब के घर में नहीं पहुंची है बल्कि लोगों के जीवन में ऊर्जा का संचार हुआ है।” उन्होंने कहा, “आकांक्षी जिलों में जो लोग रहते हैं, उनमें आगे बढ़ने की तड़प होती है। इन लोगों ने अपने जीवन का अधिकतर समय अभावों में, मुश्किलों में गुजारा है। हर छोटी-छोटी चीजों के लिए उन्होंने परिश्रम किया है इसलिए वो लोग साहस दिखाने के लिए और रिस्क उठाने के लिए तैयार होते हैं।”