- दिग्गजों के साथ पार्टी में विरोधी नेताओं का भी मिला साथ
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मप्र में कांग्रेस
नेतृत्व में बदलाव की लंबे समय से लगाई जा रही अटकलों को अब पूरी तरह से विराम लग गया है। इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कमलनाथ के नेतृत्व में ही चुनावी मैदान में उतरेगी। इसकी वजह है बीते रोज दो साल बाद हुई प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बैठक में सभी ने एक सुर में कमलनाथ पर भरोसा जताते हुए, उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे ही चुनाव में हमारे चेहरे होंगे। इस दौरान इन नेताओं ने कहा कि पार्टी हित में लिया गया उनका हर निर्णय हम सभी लोगों को मान्य होगा। खास बात यह है कि इस बैठक में दिग्विजय सिंह के अलावा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांति लाल भूरिया और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी न केवल उनके नाम पर सहमति जताई, बल्कि उनके अनुसार काम करने का भरोसा भी दिया। इन नेताओं ने कहा कि वे योजना तैयार कर पूरे प्रदेश का दौरा शुरू करें, हम उनके साथ रहेंगे। हमें जो काम सौंपा जाएगा, उसे वे पूरा करेंगे। दरअसल, यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई थी, जब कांग्रेस नेताओं में मनमुटाव की खबरें बेहद चर्चा में बनी हुई थीं। इस बैठक के लिए कमलनाथ द्वारा पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मंत्रियों को बीती शाम अपने आवास पर भोजन के लिए बुलाया गया था। भोजन के पहले नाथ ने सभी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की शुरूआत करते हुए कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सिर्फ 18 महीने बचे हैं। हमें पूरी ताकत से चुनाव की तैयारियों में जुटना है। व्यापमं घोटाला, महंगाई समेत जनता से जुड़े अन्य मुद्दों को जन आंदोलन बनाएं। सभी लोग आक्रामक हों। पूर्व मंत्री अपने-अपने जिलों में आंदोलन करें। नाथ ने यह भी कहा कि आप लोगों के पास कोई सुझाव हो तो दीजिए। इस पर नेताओं ने कहा कि आप हमारे नेता हैं, हम आपके साथ हैं, आपका हर निर्णय हमें मान्य होगा। कुछ नेताओं ने चुनाव को लेकर अपने सुझाव भी दिए। बैठक में तय किया गया कि हनुमान जयंती के बाद कमलनाथ प्रदेश का दौरा करेंगे। वरिष्ठ नेता भी अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा करेंगे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि कहीं कोई गलतफहमी नहीं है। आप ही हमारे नेता हैं। आपके नेतृत्व में अगला चुनाव लड़ेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि आप खुद सोचिए, आपके अलावा प्रदेश में कांग्रेस का नेतृत्व करने वाला कौन है। आपको ही नेतृत्व करना है, आप जो काम सौंपेंगे, हम सभी वह काम करेंगे। इसी तरह से अजय सिंह ने कहा कि हम लोग एक साथ हैं। अफवाह उड़ती रहती हैं, वह अलग बात है। हमें जो जिम्मेदारी मिलेगी, उसे ईमानदारी से पूरा करेंगे। उधर, अरूण यादव ने कहा कि हम एक साथ भाजपा की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू करें। डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा। इस पर अंकुश हेतु उपाय किए जाएं।
अगली बैठक 20 को
इस दौरान तय किया गया कि एक बार फिर 20 अप्रैल को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ नाथ अपने निवास पर बैठक करेंगे। जिसमें संगठन के कामकाज पर चर्चा कर विस चुनाव की रूप रेखा तैयार की जाएगी। इसके आधार पर ही पार्टी नेताओं के दौरे और आंदोलन किए जाएंगे।
जन-आंदोलन करेगी कांग्रेस
बैठक के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव शिवराज सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, किसानों के संकट और दूसरे आर्थिक, सामाजिक मुद्दों पर लड़ेगी। कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की जनता के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए आंदोलन की विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है और जल्द ही पार्टी सड़क से लेकर विधानसभा तक पूरे प्रदेश में जनता के मुद्दों पर जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। यह सिलसिला विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगा। पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। चार लाख करोड़ का कर्ज हो गया है। ऐसे हालात में प्रदेश की जनता के ऊपर डीजल, पेट्रोल, गैस, बिजली और हर किस्म की महंगाई लादी जा रही है। बैठक में फैसला किया गया है कि पार्टी महंगाई, किसान और बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता को जागरूक करेगी और हर 15 दिन में बैठक करेगी।