कैट ने किया ई-कॉमर्स पोर्टल पर हुए… इस गोरखधंधे का खुलासा

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को सेलर बनाकर गांजा बेच रहा अमेजन
– गांजा बेचने की राशि का एक भाग तीर्थ क्षेत्र के बैंक अकाउंट्स में जमा कराया.


भोपाल/।
 विश्व की ख्यात ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन का एक और गोरखधंधा सामने आया है। व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स यानी कैट ने इस गोरखधंधे का खुलासा किया है। कैट के अनुसार अमेजन ने अपने प्लेटफॉर्म पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को एक सेलर के रूप में रजिस्टर्ड किया है। यही नहीं गांजा बेचने की राशि का एक भाग भी तीर्थ क्षेत्र के बैंक अकाउंट्स में जमा कराया। कैट ने इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार से अमेजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
गौरतलब है कि अमेजन पर गांजा बेचे जाने के मामले में कुछ महीने पहले मप्र पुलिस ने रैकेट का भंडाफोड़ किया था। अब कैट ने एक बार फिर ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अमेजन के गोरखधंधे का खुलासा किया है। उल्लेखनीय है कि ई-कॉमर्स कंपनियां अवैध हथियारों, नकली समानों, जहरीला पदार्थ आदि बेचने के कारण पहले से ही विवादों में हैं। अब राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को सेलर बनाकर अरबों भारतीयों की भावना से खिलवाड़ किया है।
अमेजन ने गंभीर अपराध किया
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि आरबीआई और भारत सरकार के सभी नियमों एवं कानूनों को धता बताते हए अमेजन ने गंभीर अपराध किया है। कैट ने उम्मीद जताई है कि इसके खिलाफ मप्र सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को जानकारी दे जाएगी और आग्रह किया जाएगा कि वो इस मामले की अपने स्तर पर जांच करे। इसके अलावा मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के सामने भी यह मामला उठाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।
नियमों की शिथिलता का उठा रही फायदा
दरअसल, अमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां नियमों की शिथिलता का फायदा उठा रही हैं। कैट के पदाधिकारियों ने बताया कि आरबीआई ने 24 नवंबर 2009 को सभी बैंकों, पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स तथा सिस्टम पार्टिसिपेंट्स को पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम एक्ट, 2007 की धारा 18 के अंतर्गत जारी एक सर्कुलर में स्पष्ट रूप से कहा कि ऑनलाइन बिजनेस में सेलर्स की समस्त केवाईसी करने की जिम्मेदारी पेमेंट एग्रीगेटर अर्थात उस पोर्टल की होगी जो बिक्री से प्राप्त राशि ले रहा है। भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि कैट के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार विशाखापत्तनम में अमेजन प्लेटफॉर्म पर सेलर के रूप में एक कंपनी बाबू टैक्स सहित कई 7 फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड थीं ,जो एक ही यूपीआई नंबर का इस्तेमाल करके गांजा भेजती थी और उससे प्राप्त राशि को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सहित लगभग 10 फर्जी अकाउंट्स में भेजा था। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अकाउंट नंबर- 39161495808 भारतीय स्टेट बैंक, नया घाट शाखा, अयोध्या में यह राशि दी गई। इस मामले में शामिल लोगों द्वारा नकली जीएसटी नंबर्स का इस्तेमाल किया गया था, जिससे यह तथ्य सामने आया कि दोनों लेनदेन धोखाधड़ी के थे और संबंधित अकाउंट्स भी धोखाधड़ी के हैं।
प्रदेश के कई जिलों में भेजा जा रहा था गांजा
अमेजन कंपनी के माध्यम से गांजे की तस्करी करने के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। अमेजन कंपनी की तरफ से भिंड पुलिस को बताया गया है कि जिस एड्रेस से गांजा तस्करी की जा रही थी। उसी एड्रेस पर दस सेलर और रजिस्टर्ड है। जिनमें से छह सेलर एक्टिव है, जो अब तक 360 पैकेट ओर डिलीवर कर चुके हैं। इसके साथ ही 47 लाख का लेन-देन भी हो चुका है।
भिंड क्राइम ब्रांच ने 13 नवंबर 2021 को सूरज उर्फ कल्लू पवैया को भिंड ग्वालियर हाइवे पर गोविंद ढाबे के सामने रोका था। सूरज अमेजन कंपनी के माध्यम से आंधप्रदेश से गांजे की सप्लाई ग्वालियर, कोटा, आगरा, भोपाल और अन्य जिलों में करता था। सूरज से पुलिस ने बीस किलो गांजा बरामद किया था। इस मामले में एक अन्य पिंटू उर्फ विजेंद्र डोंगर को भी आरोपी बनाया गया था। तत्कालीन एसपी मनोज सिंह के नेतृत्व में उक्त कार्रवाई क्राइम ब्रांच की टीम ने की थी। एसपी मनोज सिंह ने बताया कि सूरज उर्फ कल्लू पवैया से अमेजन के टैग खाली डिब्बे भी बरामद किए गए थे,खाली डिब्बों में अमेजन लिखा हुआ था।
अमेजन के पोर्टल पर फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड
कैट के पदाधिकारियों का कहना है कि अमेजन के पोर्टल पर कई फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड हैं जो अवैध गोरखधंधे कर रही हैं। गांजा बेचने वाले कुछ लोगों के गिरोह जिसका भंडाफोड़ मध्यप्रदेश पुलिस ने कुछ महीने पूर्व किया था, ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर में बाबूटैक्स सहित लगभग 10 अन्य फर्जी नामों से कंपनियां खोली और उन्हें अमेजन के पोर्टल पर रजिस्टर किया जिनके द्वारा बड़ी मात्रा में गांजा मप्र सहित अन्य राज्यों में भेजा गया। जिन फर्जी कंपनियों ने यह गांजा बेचा उसमें से अमेजन के पोर्टल के ऊपर सेलर के रूप में फर्जी तरीके से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को भी एक सेलर के रूप में रजिस्टर किया गया और बेचे गए गांजा की राशि का एक भाग तीर्थ क्षेत्र के अकाउंट्स में भी जमा किया गया।