निजी हाथों में होगा सीएम राइज स्कूलों का बजट
प्रदेश में खुलने वाले करीब नौ हजार सीएम राइज स्कूलों का बजट निजी हाथों में रहेगा। इन पर अगले आठ सालों में सरकार द्वारा 7900 करोड़ रु. खर्च करने की योजना बनाई गई है। अगले एक साल में सरकार की योजना इस तरह के करीब 350 स्कूल खोलने की है। खास बात यह है कि यह स्कूल पूरी तरह से दिल्ली के केजरीवाल मॉडल पर आधारित हैं। सरकार द्वारा खोले जाने वाले इन स्कूलों के बजट, खर्च और मॉनिटरिंग का पूरा जिम्मा एक प्राइवेट एजेंसी को दिए जाने की तैयारी है। खास बात यह है कि निजी एजेंसी ही यह तय करेगी की इन स्कूलों के लिए क्या-क्या इंफ्रास्ट्रक्चर चाहिए, कौन से स्टाफ की जरुरत है और उन्हें प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाने के लिए क्या-क्या करना है। इसके अलावा स्कूल स्टाफ का सिलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन प्लानिंग, हर स्कूल के लिए गोल सेटिंग, दूसरे स्टैक होल्डर का अप्रेजल और इवेल्यूएशन का काम भी एजेंसी के पास ही रहेगा। खास बात यह है कि जब यह काम निजी एजेंसी को ही देना था , तो अफसरों को इन स्कूलों के नाम पर विदेश यात्रा ही क्यों कराई गई।
गृह विभाग के अफसर तक से कर डाली ठगी
चिटफंड और कई तरह की फर्जी कंपनियां इन दिनों लोगों को जमकर ठग रही हैं। इसी तरह की एक कंपनी ने केंद्रीय गृह विभाग के एक अफसर सहित कई लोगों से लाखों रुपए ठग लिए। खास बात यह है कि ठगी भोपाल में बाकायदा कार्यालय खोलकर की गई है। यह ठगी लिमसा नामक कंपनी द्वारा लकी ड्रा खुलने के नाम पर की गई है। ठगी करने के बाद कंपनी ने दफ्तर पर ताला डाल दिया। इसके लिए कंपनी के कर्मचारियों ने लोगों को पत्नी के साथ महंगे होटल में बुलाकर खाना खिलाया और सदस्यता फीस के नाम पर 25 हजार से 1.50 लाख रुपए ऐंठ लिए। इसके लिए उनके द्वारा बुलाए गए लोगों की पत्नियों को लुभाने के लिए ब्यूटी पार्लर का 5 हजार रुपए का कूपन देने का भी झांसा दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में कंपनी के संचालक समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
आखिरकार जेल अधीक्षक हो ही गए निलंबित
एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को जिंदा जलाने की कोशिश में जेल में बंद एनएसयूआइ नेता शिवराज सिंह की दिग्विजय सिंह से नियम विरुद्ध मुलाकात कराने वाले जेल अधीक्षक मनोज साहू को आखिर निलंबित कर दिया गया है। उनके द्वारा इस मुलाकात की जानकारी जेल मुख्यालय को नही दी गई थी और जेल मैन्युअल का भी ध्यान नहीं रखा गया था। मुलाकात के दौरान दिग्विजय ने 307 के इस आरोपी के साथ वीडियो व फोटो भी खिंचवाए थे। मामले का खुलासा फोटो वायरल के बाद हुआ था। दरअसल प्रदेश में रसूख के हिसाब से अफसर लोगों के साथ व्यवहार करते हैं। इस मामले को सीएम ने इसे गंभीरता से लिया था। इस मुलाकात के समय दिग्विजय के साथ शहर कांग्रेस अध्यक्ष, विधायक प्रवीण पाठक सहित कांग्रेस नेता भी थे। मुलाकात के वीडियो-फोटो में दिग्विजय आरोपी की पीठ थपथपाते दिखे।
राजा को चुनौती देने राजगढ़ जाएंगे श्रीमंत
श्रीमंत यानि की महराजा 16 अप्रैल को राजगढ़ जा रहे हैं। वे वहां रात रुकेंगे। यह पहला मौका है जब वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह यानि की राजा के गढ़ में रुक रहे हैं। दरअसल उनकी नजर अब अपने धुर विरोधी राजा के गढ़ पर है। दरअसल यह इलाका कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह का होने की वजह से कांग्रेस में रहते श्रीमंत कभी भी जिले में प्रचार करने से लेकर अन्य किसी कार्यक्रम में नहीं जाते थे, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद से श्रीमंत की राजगढ़ जिले में सक्रियता शुरू हो गई है। वे इस दौरान जिले में कांग्रेस को कमजोर करने व भाजपा को मजबूती प्रदान करने पर पूरा फोकस करते नजर आएंगे। वे अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों व हालातों को लेकर समीक्षा करेंगे। उनका यह दौरा पार्टी के सामाजिक न्याय पखवाड़ा के तहत होने जा रहा है। इसके बाद सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से जिले की राजनैतिक, भौगोलिक व सामाजिक स्थितियों पर चर्चा करेंगे।