महाकाल की नगरी सजधज कर तैयार, अद्भुत दिव्यता के साक्षी बनने की उत्सुकता

तीन घंटे रहेंगे प्रधानमंत्री मोदी उज्जैन में…

भोपाल/मनीष द्विवेदी।मंगल भारत। बाबा महाकाल की नगरी पूरी तरह से सजधज कर तैयार हो चुकी है, अब बस इंतजार है, लोकार्पण का। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल मंगलवार 11 अक्टूबर को एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन आ रहे हैं।
कनकश्रृंगा, कुशस्थली, प्रतिकल्पा जैसे नामों से सुशोभित पावन नगरी उज्जैन की भव्य दिव्यता की अनुपम छटा के साक्षी बनने के लिए लोगों का आज से ही उज्जैन पहुंचना शुरू हो गया है। अहम बात यह है कि श्री महाकाल लोक के लोकापर्ण के पहले उन आठ स्थानों के नाम भी बदल दिए गए हैं, जिनका नामकरण अब तक अंग्रेजी में था। लोकार्पण को लेकर लोगों की उत्सुकता इससे समझी जा सकती है कि लोगों ने अपनी डीपी पर इसके प्रतीक को खुद से ही लगा रखा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया की प्रोफाइल की डीपी पर श्री महाकाल लोक का प्रतीक लगाने पर अपने ट्वीट संदेश में श्री महाकाल के भक्तों को धन्यवाद देते हुए कहा कि श्री महाकाल प्रभु की कृपा हम सभी पर बनी रहे।
सीएम ने कहा कि सतत साधना, पूर्ण मनोयोग, असीम धैर्य, अटल दृढ़-संकल्प, अपरिमेय ऊर्जा और अपराजेय जज्बे के परिणामस्वरूप आज उज्जयिनी विलक्षण वैभव से सराबोर है। भारत की अद्भुत कालजयी संस्कृति के परिचायक श्री महाकाल लोक को देख कर सनातन धर्म में हमारी आस्था और अधिक प्रबल होगी। बाबा महाकाल के प्रति लोगों की भक्ति ने सनातन धर्म की एक नई चेतना जगाई है। धर्म नगरी उज्जयिनी में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण विश्व में सनातन धर्म की नई चेतना जागृत करने वाला सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आध्यात्मिक आनंद के इस महापर्व में जन-जन की सहभागिता का स्वप्न साकार हो रहा है। मध्यप्रदेश और देश श्रद्धाभाव से बाबा महाकाल की भक्ति में डूबा हुआ है। अद्वितीय श्री महाकाल लोक के लोकापर्ण से प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा श्री महाकाल लोक को बाबा महाकाल को समर्पित करना भारतीय सनातन संस्कृति के पुनरुद्धार का शंखनाद है। इसके लिए पूरे प्रदेश और देशवासियों का उत्साह प्रशंसनीय है। भारत की कालजयी संस्कृति के परिचायक श्री महाकाल लोक उज्जयिनी की दिव्यता और पवित्रता को सहेजने का उपक्रम है।
शिव लीलाओं के होंगे दर्शन
शिव लीलाओं की अद्भुत छटा के साथ विकसित किया गया श्री महाकाल लोक न केवल प्रदेशवासियों वरन पूरे देश के श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। उज्जैन नगरी को श्रद्धालुओं के लिए ऐसा विकसित किया गया है कि पर्यटन और श्रद्धालु स्वयं ही खिंचे चले आएंगे। भव्य समारोह में 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का लोकार्पण होने के दो दिन बाद 14 अक्टूबर से श्री महाकाल लोक का पर्यटक और श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
इन स्थानों के बादले नाम
शहर के जिन आठ स्थानों के नाम अब तक अंग्रेजी में थे उन्हें बदल कर अब हिन्दी में कर दिए गए हैं। इनमें मिडवे जोन का मध्यांचल, लोटस पॉड को कमल सरोवर, कमर्शियल प्लाजा को अब त्रिवेणी मंडपम, विजिटर फसेलिटी सेंटर को मनसरोवर, गजियों प्लाजा को त्रिपथ व भैश्रव मंडपम, नाइट गार्डन को संध्या वाटिका , डेक 1 को अंवतिका और डेक 2 को कनक श्रृंग नाम दिया गया है।