तहसीलदार से लेकर बाबू तक खा गए राहत राशि

कई पर कराई गई एफआईआर तो चार करोड़ से अधिक की वसूली की गई.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्राकृतिक आपदा का शिकार बने लोगों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक मदद को बीच में ही तहसीलदारों से लेकर बाबूओं तक ने हजम कर डाला। लगातार ऐसे मामलों का खुलासा होने के बाद सरकार ने भी सख्ती दिखाना शुरू की तो कई को जेल जाना पड़ा है, जबकि कई कर्मचारियों से करोड़ों रुपयों की वसूली की गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ऐसे मामलों में बीते चार साल में 20 कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई हैं तो वहीं 11 कर्मचारियों को निलंबित भी किया जा चुका है, जबकि 11 के विरुद्ध दंडादेश पारित हुए हैं। इस तरह 245 शासकीय लोगों के विरुद्ध कार्रवाई कर 4 करोड़ 34 लाख रुपए की वसूली कर उसे सरकारी खजाने में जमा कराया गया है। इसी तरह के मामलों में श्योपुर में गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद वहां पर आरोपियों के बैंक खाते होल्ड कराए गए हैं। इसी तरह से संबंधित आरोपियों की संपत्ति विक्रय कर राशि वसूली करने की भी तैयारी की जा रही है। उधर, सरकार ने इसी तरह के अन्य अमानत में खयानत करने वाले 32 लोगों को निलंबित भी किया गया है।
20 कर्मचारियों पर एफआईआर
खास बात यह है कि निलंबित होने वालों में तहसीलदार से लेकर पटवारी, नायब, नाजिर एवं लिपिक तक शामिल हैं। सिवनी, सीहोर, शिवपुरी, भिंड एवं इंदौर में 20 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए गड़बड़ी करने के 131 प्रकरणों में अभियोजन स्वीकृति जारी की गई है। 11 तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के विरुद्ध लोकायुक्त में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराए गए हैं। ऐसे ही मामलों में 29 अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी की जा रही है। राजस्व विभाग में कार्य करने वाले गिरदावरों के विरुद्ध 35 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर विभागीय जांच की जा रही है, 11 को निलंबित भी किया गया है एवं 35 के विरूद्ध विभागीय जांच चल रही है। शासन द्वारा नियमित रूप से कार्रवाई कर जिलों में राहत राशि में गड़बड़ी करने वालों से वसूली भी की जा रही है। देवास में 1 करोड़ 24 लाख 15 हजार रुपए, छतरपुर में 34 लाख 47 हजार 693 रुपए, खण्डवा में 11 लाख 61 हजार 619 रुपए, मंदसौर में 64 लाख 54 हजार 524 रुपए, रायसेन में 69 लाख 17 हजार 696 रुपए, सतना में 20 लाख 71 हजार 214 रुपए की वसूली की गई है। विदिशा में 40 लाख 19 हजार 796 रुपए एवं श्योपुर में 11 लाख 5 हजार 674 रुपए की वसूली की में 11 लाख 5 हजार 674 रुपए की वसूली की जा रही है। भिंड में 97 लाख 96 हजार रुपए की वसूली की जाकर 33 लाख रुपए की राशि की वसूली की जाकर 33 लाख रुपए की राशि पात्र किसानों को वापस की गई है।