कांग्रेस को झटका, पूर्व मंत्री का भतीजा भाजपा में शामिल

कांग्रेस को झटका, पूर्व मंत्री का भतीजा भाजपा में शामिल।

कांग्रेस व भाजपा में दलबदल के मामले में एक दूसरे को शह और मात देने का क्रम जारी है। इसी कड़ी में बीते रोज भाजपा ने कांग्रेस को झटका देते हुए पूर्व मंत्री व विधायक लखन घनघोरिया के भतीजे मानव घनघोरिया और उनके करीब एक सैकड़ा साथियों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। यह सदस्यता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद की मौजूदगी में दिलाई गई है। दोनों ही भाजपा नेताओं ने घनघोरिया को और अन्य कार्यकर्ताओं को अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान शर्मा ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसा दल है जहां , हम परिवार भाव से मिलकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और निर्णयों से प्रभावित होकर अन्य दलों से लोग भाजपा में शामिल हो रहे है। सक्षम नेतृत्व, सफल नीतियों और युवाओं के बल पर निश्चित तौर पर जबलपुर की सभी सीटों पर भाजपा की विजयी होगी।

विधायक को जनता से वादा खिलाफी पड़ी भारी
भोपाल जिले की बैरसिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक विष्णु खत्री को ग्रामीणों से वादाखिलाफी करना बीते रोज उस समय भारी पड़ गया, जब वे ग्रामीण इलाके के दौरे पर शेखपुरा गांव पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीण घोषणाएं पूरी नहीं होने से इतने नाराज हो गए कि उन्होंने विधायक को क्षेत्र में ही नहीं आने दिया। बीते रोज भाजपा विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम शेखपुरा में अपने समर्थकों के साथ गए थे। गांव वालों का कहना था कि पिछले चार साल में विधायक ने पांच बार पानी के टैंकर की घोषणा की थी। हकीकत में एक भी टैंकर गांव में नहीं आया है। इसके अलावा, श्री राम कथा के मंच से माता के मंदिर के लिए एक लाख रुपए दान की भी घोषणा की थी, वह भी नहीं मिला। इसी बात पर बीते रोज ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।

अगले सप्ताह बड़े प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 31 जुलाई तक चुनाव कार्य से जुड़े उन अधिकारियों व कर्मचारियों को बदला जाना है, जिनका एक जिले में तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इस दृष्टि से पन्ना कलेक्टर संजय मिश्रा का बदला जाना तय है। संजय मिश्रा को दमोह कलेक्टर बनाया जा सकता है। दमोह कलेक्टर व एसपी को सरकार की नाराजगी के कारण हटाया जा सकता है। चंबल कमिश्नर के रिक्त पद पर पदस्थापना किया जाना है। इंदौर कमिश्नर पवन शर्मा, शहडोल कमिश्नर राजीव शर्मा, रीवा कमिश्नर अनिल सुचारी के भी तबादले की चर्चा है। हालांकि चुनाव आयोग की तबादले की गाइड लाइन में कमिश्नर शामिल नहीं हैं। तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके नगर निगम कमिश्नरों को जरूर चुनाव आयोग की गाइड लाइन के अनुसार स्थानांतरित किया जाएगा। इस सूची में भोपाल नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी भी शामिल हैं।

माननीय के खिलाफ स्थानीय लोगों ने संभाला मोर्चा
विकास के बड़े-बड़े दावे करके चुनाव जीतने वाले भाजपा विधायक राकेश गिरी की मनमानी, विकास की उपेक्षा, विधायक के भाई की दादागिरी से विधानसभा क्षेत्र के लोगों की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी हैं। यही वजह है कि अब चुनावी साल में विधायक को सियासी फायदे के लिए विकास कार्यों के लिए भूमिपूजन की याद आने लगी है। जिसका विरोध शुरू हो गया है। ऐसे ही एक कार्यक्रम को पूरी तैयारी के बाद भाजपा विधायक राकेश गिरी को निरस्त तक करना पड़ा। यह मामला है भगवान परशुराम अग्निहोत्र सामुदायिक भवन के भूमिपूजन का। इस मामले में उनके विरोध का मोर्चा ब्राह्मण समाज के लोगों ने खेल रखा है।