मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। भाजपा अब तक प्रदेश में अपने
प्रत्याशियों की चार सूचियां जारी कर चुकी है, लेकिन इसके बाद भी 94 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा होना बाकी है। माना जा रहा है कि पार्टी की पांचवी सूची दूसरी सूची की ही तरह चौकानें वाली होगी। इस सूची में कई दिग्गजों के नाम गायब हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब शेष नामों की घोषणा दो सूचियों में जारी कर दिए जाएंगे। इन अंतिम दो में से एक सूची तैयार कर ली गई है। इस सूची में करीब आधा सैकड़ा नाम बताए जा रहे हैं, जबकि शेष नाम अंतिम यानि की छठवीं सूची में जारी किए जाएंगे। पांचवी सूची तैयार करने के लिए पार्टी के आला नेताओं ने बीते रोज घंटो तक मंथन किया। इसके लिए पार्टी के सभी नेता सीएम हाउस में जुटे थे। इस दौरान सर्वाधिक माथा पच्ची उन आठ नामों को लेकर हुई , जो फिलहाल शिवराज मंत्रिमंडल के सदस्य हैं। दरअसल भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 15 अक्टूबर को दिल्ली में प्रस्तावित है। इसकी वजह से प्रदेश स्तर से नामों की सूची भेजी जानी है, जिससे की उस पर मुहर लगा सकें। माना जा रहा है कि आने वाली पांचवीं सूची में सर्वाधिक डेढ़ दर्जन नाम मालवा-निमाड़ की सीटों के होंगे। इस अंचल की अभी 29 सीटों को प्रत्याशियों का इंतजार है। इनमें से 19 पर भाजपा विधायक हैं। भाजपा अब तक इस अंचल की कुल 66 सीटों में से 37 पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। अहम बात यह है कि बीते रोज हुई बैठक में संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर को टिकट देने का मामला दिल्ली पर छोड़ने का तय किया गया है। बैठक में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके समर्थक दो मंत्रियों के टिकट काटे जाने और कुछ विधायकों के क्षेत्र बदलने जाने पर सहमति ले ली गई है।दिख सकता है गुजरात फार्मूला
बीते साल गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नया फार्मूला आजमाया था। इनमें मौजूदा 85 विधायकों के टिकट काट दिए गए थे, जिसमें मंत्री, विधायक और कई कद्दावर नेता भी शामिल थे। भाजपा ने बड़ी संख्या में युवा व महिलाओं को टिकट दिए थे, जिनकी उम्र 50 साल से कम थी। नए प्रत्याशियों ने युवा वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित किया, जिसका परिणाम यह रहा कि भाजपा ने जीत का नया रिकॉर्ड बना लिया था। इसी तरह का प्रयोग अब पार्टी प्रदेश की जारी होने वाली पांचवी सूची में कर सकती है।
सभी सीटों का पैनल तैयार
पार्टी द्वारा शेष 94 सीटों के लिए पैनल बनाने का काम पूरा कर लिया गया है। इनमें से कुछ सीटों ऐसीं हैं, जिन पर सिर्फ एक नाम ही रखा गया है, जबकि कुछ सीटों पर दो से तीन नामों का पैनल बनाया गया है। पैनल के साथ हर नाम को लेकर तैयार रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया है। उल्लेखनीय है कि अब तक भाजपा ने तीन सूचियों में 136 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है। ऐसे में 94 सीटों पर अभी निर्णय होना है। इनमें से 9 मंत्रियों सहित 67 मौजूदा विधायकों के नाम हैं, जबकि 27 हारी हुई सीटें हैं, जहां प्रत्याशी घोषित किए जाने हैं। इस दौरान बैठक में बैठक में राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, केंद्रीय मंत्री एवं चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद मौजूद थे।
इन दिग्गजों के नामों पर नजर
मालवा-निमाड़ की बची 29 सीटों के होल्ड किए जाने से कई दिग्गज नेताओं का भविष्य भी दांव पर लग गया है। इसमें मौजूदा पूर्व मंत्री अंतरसिंह आर्य (सेंधवा), अर्चना चिटनीस (बुरहानपुर), बालकिशन पाटीदार (खरगोन), रंजना बघेल (मनावर) हैं। मौजूदा मंत्री उषा ठाकुर (महू) व इंदर परमार (शाजापुर) के अलावा विधायक महेंद्र हार्डिया (इंदौर पांच), नीना वर्मा (धार) सचिन बिरला (बड़वाह), सुलोचना रावत (जोबट), पारस जैन (उज्जैन उत्तर ) और राजेंद्र पांडे (जावरा) प्रमुख हैं। इनमें इंदौर तीन से आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटना तय माना जा रहा है। यहां से एक बार फिर उषा ठाकुर दावेदारी जता रही हैं। इसके अलावा महेन्द्र हार्डिया का नाम भी अभी होल्ड है। परिवारवाद पर कैंची चली तो मंत्री विजय शाह के भाई संजय शाह का भी टिकट कट सकता है। वे हरदा की टिमरनी सीट से विधायक हैं। विजय शाह को टिकट मिल चुका है। संकट डॉक्टर सीताशरण शर्मा के टिकट पर भी है। उनके भाई गिरिजा शंकर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। हालांकि इस सीट पर भाजपा पिछले 33 साल से काबिज है और ज्यादा समय इसी परिवार का दबदवा रहा है। वहीं भोजपुर से सुरेन्द्र पटवा के टिकट पर भी इस बार संकट बना हुआ है।