आईपीएस खन्ना दंपती की हुई प्रदेश वापसी
इंटर स्टेट प्रतिनियुक्ति पर छत्तीसगढ़ गए एमपी कैडर के दो आईपीएस अधिकारियों की मप्र वापसी हो गई है। आईपीएस अधिकारी विनीत खन्ना और उनकी पत्नी आईपीएस हिमानी खन्ना तीन साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर गए थे। प्रतिनियुक्ति अवधि पूरी होने के बाद खन्ना दंपती की प्रदेश वापसी हो गई है। विनीत खन्ना ने हाल ही में पुलिस मुख्यालय में आमद दे दी है और वे चुनाव कराने तेलंगाना चले गए हैं। हिमानी खन्ना इसी सप्ताह आमद दे सकती हैं। खन्ना दंपती डीआईजी रैंक के अधिकारी हैं। जनवरी में प्रमोशन के बाद वे आईजी बन जाएंगे।
बोले नाथ: क्या मान लें कि प्रदेश में कानून का राज नहीं है
कमलनाथ ने कहा है कि छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ता की नृशंस हत्या की गई। हत्या का आरोप भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटैरिया और उनके सहयोगियों पर है। घटना को दो दिन बीत चुके हैं ,लेकिन अब तक ना तो वे वाहन जब्त किए गए, जिससे कुचलकर कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान की हत्या की गई और ना ही हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के विधायक तथा कार्यकर्ता खजुराहो में थाने के सामने धरने पर बैठे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। क्या हम मान लें कि मध्य प्रदेश में कानून का राज नहीं है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से सामने आ रही घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। पुलिस और प्रशासन चुप्पी साधे बैठे हैं।
वीडी बोले- कांग्रेस विधायक ने ही की ड्राइवर की हत्या
राजनगर विधानसभा में मतदान के दिन कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नाती राजा के ड्राइवर- सलमान खान की हत्या के मामले में बीजेपी ने छतरपुर एसपी अमित सांघी और राजनगर थाना प्रभारी संदीप खरे की निर्वाचन आयोग और डीजीपी से शिकायत की है। इसमें उनके द्वारा बीजेपी उम्मीदवार अरविंद पटेरिया और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने आरोप लगाया है कि सलमान की नाती राजा और उनके साथियों ने ही हत्या की है। इसकी जांच होनी चाहिए। शर्मा ने कहा- वो ड्राइवर था या शूटर था ? किस गाड़ी से दबा और क्या हुआ इस मामले में पुलिस प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई की है। बीजेपी प्रत्याशी के साथ ही 35 लोगों पर 302 की एफआईआर की गई है। ये भारत का पहला केस होगा, जिसमें किसी गाड़ी की चपेट में आकर एक्सीडेंटल डेथ हो जाती है, तो प्रशासन कितना बाइस्ड है कि 302 की एफआईआर 20 लोगों के खिलाफ करता है।
भिंड में 1500 डाक मतपत्र हुए गायब
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने भिंड के निर्वाचन अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। गोविंद सिंह का कहना हैं कि लहार विधानसभा के सरकारी कर्मचारियों के डाक मतपत्र गायब कर दिए गए हैं। करीब 1200 कर्मचारियों ने डाक मतपत्र से वोटिंग की थी। साथ ही 235 विकलांग और बुजुर्गों ने भी पोस्टल वैलेट के सहारे मतदान किया था। लेकिन उन्हें गायब कर दिया गया है। गोविंद सिंह ने कहा कि कलेक्टर और एसडीएम दोनों अधिकारियों को जानकारी नहीं है कि डाक मतपत्र कहां गए है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि 600 कर्मचारियों को जानबूझकर वोट डालने से रोका गया है। गोविंद सिंह ने मामले में राज्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन से शिकायत दर्ज कराई है।