शिवराज, वीडी, सिंधिया का बढ़ेगा केंद्र में कद

मनीष द्विवेदी। मंगल भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र में
सरकार की हैट्रिक बनाने पर मप्र के नेताओं को भी अहम जिम्मेदारी मिलेगी। मप्र में चार चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। देश में सात चरणों में चुनाव हो रहे है। उसके बाद चार जून को रिजल्ट आएगा। इन चुनाव में भाजपा की सरकार बनती है तो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। शिवराज को केंद्र में बड़े मंत्रालय की कमान मिल सकती है। वहीं, वीडी को केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। इनके अलावा करीब आधा दर्जन नेता ऐसे हैं,जो चुनाव जीतते हैं तो मोदी कैबिनेट में शामिल होने की दौड़ में शामिल हो जाएंगे। प्रदेश में भाजपा सभी 29 सीटें जीतने का दम भर रही है। अगर ऐसा होता है तो मोदी कैबिनेट में प्रदेश के आठ नेता ऐसे हैं, जो चुनाव जीतने की स्थिति में केंद्रीय मंत्री पद के प्रबल दावेदार साबित होंगे। इनमें शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, गणेश सिंह, रोडमल नागर व सुधीर गुप्ता शामिल हैं। इन नेताओं में कुलस्ते, गणेश सिंह व नागर की सीटों पर चुनावी मुकाबला कड़ा है, बाकी पांच उम्मीदवारों का चुनाव जीतना लगभग तय है। केंद्र में फिर से एनडीए की सरकार बनने पर इनमें से किसे मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका मिलता है और किसे नहीं, यह आने वाला वक्त बताएगा। इन नेताओं में दो नेता कुलस्ते और गणेश सिंह विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं।
शिवराज को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रदेश के चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़े नेता है। उन्होंने हमेशा शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों का पालन किया है। पूर्व सीएम के राज्य से लेकर केंद्र के नेताओं से अच्छे संबंध है। उनकी लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना जैसी योजनाओं से प्रदेश में भाजपा ने महिलाओं के बीच में अच्छी पकड़ बनाई है। अब केंद्र में उनको बड़ी भूमिका देकर इनाम दिया जा सकता है। चर्चा है कि शिवराज को कृषि मंत्री बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी सभा में उन्हें दिल्ली ले जाने की बात कह चुके है।
कड़े मुकाबले में फंसे कुलस्ते, गणेश सिंह और नागर
भाजपा के तीन और चेहरे फग्गन सिंह कुलस्ते, गणेश सिंह और रोडमल नागर अगर चुनाव जीतते हैं तो, केंद्र में मंत्री पद के दावेदार होंगे। कुलस्ते मप्र में भाजपा का बड़ा आदिवासी चेहरा है। वे छह बार के सांसद है। वर्तमान में वे ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री है। कुलस्ते को पार्टी ने विधानसभा चुनाव में निवास सीट से मैदान में उतारा था, वे चुनाव हार गए थे। कुलस्ते मंडला सीट से चुनाव लड़ रहे है। उनकी सीट फंसी हुई मानी जा रही है। कांग्रेस प्रत्याशी व विधायक ओमकार सिंह मरकाम उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं, इस सीट पर चुनाव परिणाम कुछ भी हो सकता है। सतना से भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह चार बार के सांसद हैं। वे विध्य क्षेत्र का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उन्हें सतना सीट से प्रत्याशी बनाया था। वे कांग्रेस प्रत्याशी सिंद्धार्थ कुशवाहा से चुनाव हार गए थे। लोकसभा चुनाव में भी उनका मुकाबला कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा से है। हालांकि बसपा प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी के चुनाव मैदान में उतरने से इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। यदि गणेश सिंह चुनाव जीतते है, तो मप्र की राजनीति में उनका कद बढ़ेगा और मोदी सरकार में उनका मंत्री बनना लगभग तय है। रोडमल नागर राजगढ़ से लगातार तीन बार से सांसद है। भाजपा ने चौथी बार उन पर दांव खेला है। कांग्रेस ने राजगढ़ से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है। उनके चुनाव मैदान में उतरने से राजगढ़ सीट हाई प्रोफाइल हो गई है। यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। चुनाव परिणाम कुछ भी हो सकता है। यदि नागर चुनाव जीतते है, तो वे स्वत: ही केंद्र सरकार में मंत्री पद के दावेदार हो जाएंगेे।
वीरेंद्र खटीक की भी दावेदारी
मोदी कैबिनेट में मंत्री बनने के लिए वीरेंद्र खटीक और सुधीर गुप्ता भी दावेदार हैं। टीकमगढ़ से भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र खटीक सात बार के सांसद है। वे प्रदेश में भाजपा का अनुसूचित जाति का बड़ा चेहरा है। खटीक मोदी सरकार में सामाजिक न्याय मंत्रालय का पदभार संभाल रहे है। खटीक का मुकाबला कांग्रेस के पंकज अहिरवार से है। चुनाव में उनकी जीत लगभग तय है, मोदी सरकार बनने पर उन्हें फिर से मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। मंदसौर से भाजपा ने तीसरी बार सुधीर गुप्ता पर दांव खेला है। गुप्ता का मुकाबला कांग्रेस के दिलीप सिंह गुर्जर से है। इस सीट पर भाजपा का पलड़ा भारी है। चुनाव जीतने पर मालवा अंचल से गुप्ता मंत्री पद के दावेदार होगे।
वीडी बड़ी जीत की ओर…
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष खजुराहो सीट से चुनाव मैदान में है। यह उनका दूसरा चुनाव है। पिछला चुनाव वे खजुराहो करीब 5 लाख मतों से जीते थे। इस बार सपा प्रत्याशी द्वारा नाम वापस लेने के कारण इस सीट पर शर्मा के लिए वॉक ओवर जैसी स्थिति है। केंद्र में भाजपा सरकार बनने पर शर्मा का मंत्री बनना लगभग तय है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को प्रदेश की कमान मिलने के बाद से पार्टी लगातार बेहतर प्रर्दशन कर रही है। विधानसभा चुनाव में करीब 18 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की। इसका श्रेय भाजपा के मजबूत संगठन को जाता है। वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा ने उप चुनाव से लेकर नगरीय निकाय चुनाव में भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। वीडी की तारीफ खुद प्रधानमंत्री सार्वजनिक रूप से कर चुके हैं। वह अमित शाह के भी विश्वनीय है। शर्मा का दो साल का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि केंद्र में उनको कोई
सिंधिया का भी बढ़ेगा कद
चार बार के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री है। उनके पास नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्रालय है। भाजपा ने उन्हे गुना सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। सिंधिया का भी अगली सरकार बनने पर कद बढऩा तय माना जा रहा है। सिंधिया भाजपा के साथ-साथ अब आरएसएस के भी करीब पहुंच रहे है। वह कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद से ही मोदी-शाह के करीबी रहे है। वहीं, इसके अलावा प्रदेश से चुनाव जीतने वाले दो से तीन सांसदों को भी केंद्र में कद बढ़ सकता है।