उत्तर प्रदेश सरकार के नवरात्रि के दौरान मंदिरों के 500 मीटर के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के आदेश की आलोचना करते हुए विपक्षी दलों ने इसे भाजपा के नेतृत्व वाली ‘डबल इंजन सरकार का दोहरा मापदंड’ और लोगों का ध्यान बुनियादी मुद्दों से भटकाने का प्रयास बताया है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार के नवरात्रि के दौरान मंदिरों के 500 मीटर के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के आदेश की आलोचना करते हुए विपक्षी दलों ने रविवार को इसे भाजपा के नेतृत्व वाली ‘डबल इंजन सरकार का दोहरा मापदंड’ और लोगों का ध्यान बुनियादी मुद्दों से भटकाने का प्रयास बताया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ में मौजूद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को नौ दिनों के लिए पूरे राज्य में शराब की दुकानों और मांस-मदिरा परोसने वाले रेस्तरां को बंद करने का आदेश देना चाहिए.
‘डबल इंजन सरकार के दोहरे मापदंड’ का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार ‘सौगात-ए-मोदी’ बांट रही है और पार्टी नेता इफ्तार पार्टियों में भाग ले रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दे रही है.
राज्य में शराब की बिक्री पर ‘वन प्लस वन’ ऑफर की खबरों की ओर इशारा करते हुए और इसे बड़े घोटाले का हिस्सा बताते हुए संजय सिंह ने कहा, ‘राज्य में भाजपा का बंपर ऑफर है, जिसमें एक बोतल शराब की खरीद पर एक मुफ्त दी जा रही है. यह डबल इंजन वाली सरकार का डबल दारू ऑफर है, जो युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है. मुजफ्फरनगर, नोएडा और हापुड़ में शराब की दुकानों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं.’
सिंह ने कहा, ‘अगर आपकी मंशा सही है तो आपको पूरे उत्तर प्रदेश में नौ दिनों के लिए शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, जैसा कि आपने मीट की दुकानों पर लगाया था. आपको मीट परोसने वाले बड़े रेस्तराओं को भी बंद कर देना चाहिए.’
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मांस प्रतिबंध आदेश को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि रोजगार और महंगाई जैसे बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ऐसे मुद्दे उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘सच तो यह है कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ़ कुछ ख़ास कपड़े पहनकर ‘योगी’ नहीं बन सकता. कोई भी व्यक्ति अपने ‘विचारों और काम’ से ‘योगी’ बनता है. हमारे देश में त्यौहार एकता के साथ मनाए जाते हैं. मुख्यमंत्री ने हमारे देश में विवेकानंद के धर्म के विचार को नहीं पढ़ा है, जो सार्वभौमिक स्वीकृति और सहिष्णुता सिखाता है.’
यूपी सरकार ने रामनवमी पर सभी जिलों में 24 घंटे रामचरितमानस का पाठ करने का आदेश दिया
इससे पहले रामनवमी (6 अप्रैल) पर सभी मांस की दुकानों को बंद करने और नौ दिवसीय त्यौहार के दौरान धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के आदेश देने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि रामनवमी के अवसर पर राज्य के सभी जिलों में रामचरितमानस का 24 घंटे का अखंड पाठ आयोजित किया जाना चाहिए.
शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान, सीएम आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि 5 अप्रैल की दोपहर से शुरू होने वाला अखंड पाठ 6 अप्रैल को दोपहर में अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला के सूर्य तिलक के साथ समाप्त होगा.
उन्होंने निर्देश दिया, ‘सूर्य तिलक देखने के लिए देशभर से श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की उम्मीद है. इसलिए श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जानी चाहिए. चिलचिलाती धूप में लंबी कतारों में खड़े होने के दौरान असुविधा से बचने के लिए जूट की चटाई बिछाई जानी चाहिए. सभी मंदिरों में पर्याप्त पेयजल सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए और छतरियां लगाई जानी चाहिए.’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चैत्र नवरात्रि के दौरान पूरे राज्य में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि मंदिरों के पास अंडे या मांस की दुकानें और इसी तरह के प्रतिष्ठानों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और अवैध वध को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने पर जोर दिया.
वर्ष 2014 और 2017 में जारी आदेशों का हवाला देते हुए सरकार ने जोर दिया है कि धार्मिक स्थलों के आसपास अवैध पशु वध और मांस बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी. प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारियों के नेतृत्व में जिला स्तरीय समितियां गठित की गई हैं.
लखनऊ में सरकारी आदेश का उल्लंघन करने पर मीट की दुकान पर कार्रवाई, जुर्माना
इसी बीच, लखनऊ के सिविल अधिकारियों ने रविवार को राजाजीपुरम में बालाजी मंदिर के पास एक मीट की दुकान के मालिक पर जुर्माना लगाया और उसे सील कर दिया, क्योंकि रविवार से शुरू हुए नवरात्रि के दौरान शनिवार को धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मीट की दुकानों पर प्रतिबंध के राज्य सरकार के आदेश का उल्लंघन किया था.
लखनऊ नगर निगम के अनुसार, मंदिर से 100 मीटर के दायरे में दुकान चल रही थी. मेयर सुषमा खरकवाल ने इलाके का दौरा किया और एलएमसी की जोनल अधिकारी शिल्पा कुमारी को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
एलएमसी की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार द्वारा जारी आदेश का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.