अपनी सरकार में पुलिस से प्रताडि़त विधायक नीलम मिश्रा द्वारा विधानसभा में अपनी पीड़ा व्यक्त करना मंहगा पड़ता दिख रहा है। पार्टी संगठन इस मामले में उनके खिलाफ कड़ी कर्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। दरअसल सेमरिया विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक नीलम मिश्रा ने विधानसभा में एक मंत्री की शह पर पुलिस द्वारा उनके परिवार को प्रताडि़त कर पति का फर्जी एनकाउंटर कराए जाने का संदेह व्यक्त किया था। इस दौरान वे काफी भावुक हो गए थीं। जिससे सरकार की जमकर किरकिरी हुई। इससे नाराज सरकार व संगठन उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का मन बना रही है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। मामला अनुशासन समिति को भी सौंपा जा सकता है। पार्टी का मानना है कि नीलम के मामले को ढील दी गई तो सरकार से नाराज दूसरे विधायक भी सार्वजनिक रूप से अपनी पीड़ा व्यक्त कर सकते हैं। खास बात यह है कि नीलम मिश्रा विधायक दल की बैठक में भी पहुंची थीं। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बैठक के बाद सीएम से मुलाकात की कोशिश की, लेकिन सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
नहीं छोड़ेंगी पार्टी
विधायक नीलम ने मंगलवार को सदन में कहा था कि भाजपा की सरकार होने के बाद भी नहीं सुनी जाएगी तो वे पद से इस्तीफा दे देंगी , लेकिन फिलहाल वे विधायक पद से इस्तीफा नहीं देगी। उनका आरोप है कि अभी भी पीडि़त परिवार पर उनके परिजनों के खिलाफ झूठा बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। मैं सीएम से मिलकर इसकी शिकायत करुंगी।