मध्यप्रदेश में लगातार महिला अपराधों में हो रही वृद्धि के कारणों की तलाश में अमरीकी संस्था द्वारा शोध कर उसके कारणों की पड़ताल का काम शुरू किया जा रहा है। यह काम अमेरिका की मैसाव्यूट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोध संस्थान जे-पाल द्वारा किया जा रहा है। इस रिसर्च के लिए थानों में एक महिला डेस्क की स्थापना की गई है। इस शोध के लिए प्रदेश के एक दर्जन जिलों के 180 थानों का चयन किया गया है। इसके लिए हाल ही में उक्त संस्था से एमओयू साइन किया गया था। इसके बाद जे-पाल ने रिसर्च वर्क अपने हाथ में लिया।
600 थानों में रूटीन प्रक्रिया के बीच शोध
180 में से 60 थानों में रूटीन प्रक्रिया के तहत रिसर्च की जाएगी। इनमें महिला डेस्क या फिर केई स्टाफ तैनात नहीं किया जाएगा। रिसर्च के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि जिन 120 थानों पर महिला डेस्क और स्टाफ तैनात है, वहां और बाकी 60 थानों के बीच महिला अपराध को लेकर क्या और कैसे अलग रहा। यह रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय की महिला शाखा और स्थानीय आईजी-एसपी को सांैपी जाएगी।
इस तरह से होगा रिसर्च
इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर,बैतूल, बालाघाट, मुरैना, पन्ना, रतलाम, सिवनी, विदिशा और होशंगाबाद जिले के 180 थानों में महिला हेल्प डेस्क ‘ऊर्जा’ स्थापित की गई है। इसमेें महिला पुलिसकर्मी स्टाफ, जिला समन्वयक अधिकारी, मास्टर ट्रेनर (सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी) और थानों का पुरुष स्टाफ कार्य करेगा।