ग्वालियर। मध्यप्रदेश के सभी आयुर्वेद महाविद्यालयों से 1983 से पहले डिग्री लेने वाले आयुर्वेद चिकित्सक अब दूसरे राज्यों में नौकरी और प्रेक्टिस कर सकेंगे। सीसीआइएम ने ग्वालियर सहित प्रदेश के सभी आयुर्वेद महाविद्यालयों को शेडयूल 2 में शामिल कर लिया है। इस आशय की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
मध्यप्रदेश के आयुर्वेद महाविद्यालयों से की डिग्री लेने वाले चिकित्सक अब ना सिर्फ दूसरे राज्यों में प्रेक्टिस कर सकेंगे बल्कि उनके लिए दूसरे राज्यों में सरकारी नौकरी के लिए भी रास्ता साफ़ हो गया है । अभी तक वे सिर्फ इसलिए नौकरी और प्रेक्टिस नहीं कर पाते थे क्योंकि मध्यप्रदेश के आयुर्वेद कॉलेज सीसीआइएम के शेडयूल2 में शामिल नहीं थे।
आयुष मेडिकल एसोसियेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पाण्डे के मुताबिक एसोसियेशन पिछले लम्बे अरसे से मांग करता आ रहा था कि प्रदेश की सभी BAMS की डिग्रियों को सीसीआइएम शेडयूल2 में रखकर राष्ट्रीय मान्यता दे। उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे भोपाल, ग्वालियर,जबलपुर, रीवा, उज्जैन, इंदौर और बुरहानपुर के आयुर्वेद कॉलेज से BAMS करने वाले छात्र लाभान्वित होंगे। और अब इनका केन्द्रीय पंजीयन हो सकेगा।