कोलंबो : द. अफ्रीका के बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज ने श्रीलंका के खिलाफ एक पारी में नौ विकेट लेकर कमाल कर दिया। केशव महराज ने श्रीलंका और द. अफ्रीका के बीच दूसरे टेस्ट की पहली पारी में ये कारनामा किया। इस दौरान केशव ने 41.1 ओवर की गेंदबाज़़ी के करते हुए 129 पर नौ विकेट हासिल किए। इसके साथ ही साथ उन्होंने 10 ओवर मेडन भी फेंके। उनकी इस दमदार गेंदबाज़ी़ की बदौलत ही श्रीलंका की पारी 338 रन पर सिमट गई। इसी के साथ महाराज ने 61 साल का सूखा खत्म कर दिया।
केशव महाराज एक टेस्ट मैच की एक पारी में 9 विकेट लेने वाले दूसरे द. अफ्रीकी गेंदबाज़ हैं। द. अफ्रीक के लिए 61 साल बाद ये मौका आया है जब उनके किसी गेंदबाज़ ने एक पारी में नौ विकेट चटकाए हों। महाराज से पहले ये काम 1957 में द. अफ्रीका के ह्यूज टैफील्ड ने इंग्लैंड के खिलाफ 113 रन देकर 9 विकेट हासिल किए थे। खास बात ये है कि उस समय 8 गेंद का एक ओवर होता था।
एक टेस्ट मैच की एक पारी में एक बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ द्वारा किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 127 रन देकर नौ विकेट का है। ये बेहतरीन प्रदर्शन किया था श्रीलंका के दिग्गज स्पिन गेंदबज़ रंगना हेराथ ने पाकिस्तान ते खिलाफ 2014 में। खास बात ये है कि हेराथ ने भी ये प्रदर्शन सिंहली स्पोर्ट्स क्लब के इसी मैदान पर किया जहां केशव महाराज ने भी नौ विकेट चटकाए, लेकिन महाराज ने हेराथ से दो ज़्यादा रन दे दिए। महाराज ने 129 रन देकर नौ विकेट लिए।
इससे पहले इस टेस्ट के पहले दिन महाराज ने 116 रन देकर आठ विकेट झटके, जिसके वजह से श्रीलंकाई टीम ने दिन का अंत नौ विकेट पर 277 रन के स्कोर पर किया। महाराज का प्रदर्शन श्रीलंकाई सरजमीं पर कुल पांचवां और किसी भी विदेशी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। महाराज के अलावा कैगिसो रबादा एक विकेट लेने में सफल रहे।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका को हालांकि धनुष्का गुणातिलके (57) और दिमुथ करुणारत्ने (53) ने मजबूत शुरुआत दी थी, लेकिन एक बार जब महाराज ने 116 रनों के कुल स्कोर पर करुणारत्ने को आउट कर मेजबानों को पहला झटका दिया तो उसके बाद श्रीलंकाई टीम संभल नहीं पाई और लगातार विकेट खोती रही। करुणारत्ने ने 110 गेंदों का सामना किया और चार चौके लगाए। उनके जाने के बाद श्रीलंका अपने खाते में एक रन ही जोड़ पाई थी तभी महाराज ने अपने अगले ओवर में गुणातिलके को पवेलियन भेज दिया। उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी में 107 गेंदों का सामना किया और छह चौके लगाए। यहां से महाराज के आगे श्रीलंकाई बल्लेबाज टिक नहीं सके। हालांकि, धनंजय डिसिल्वा (60) ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन महाराज दूसरे छोर से विकेट चटकाते रहे। धनंजय 247 के कुल स्कोर पर श्रीलंका के सातवें विकेट के रूप में आउट हुए। उन्हें भी महाराज ने आउट किया। धनंजय ने 109 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाए। दिन का खेल खत्म होने तक अकिला धनंजय 16 रन और रंगना हेराथ पांच रन बनाकर नाबाद हैं।
-07 विकेट 76 रन देकर झटके थे पाकिस्तान के यासिर शाह ने गॉल में 2015 में, जो इससे पहले श्रीलंका में किसी भी विदेशी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
-05वीं बार किसी टेस्ट पारी में केशव महाराज ने पांच या अधिक विकेट हासिल किए। उन्होंने हर बार अलग-अलग टीमों के खिलाफ पांच विकेट झटके हैं।