जन आशीर्वाद यात्रा पर व्यंग

मंगल भारत :-जनआशीर्वाद पर विशेष:-क्या जन आशीर्वाद यात्रा में किसी के जान का परवाह नहीं ? बिहारी लाल गुप्ता… ✍

लिखना नहीं चाहता था पर लिखना पड़ा मुझे, क्या करू मजबूर हो गया लिखने के लिए …?

क्या यही है मामा का प्यार…?

किसी की इज्ज़त बचाने के लिए, खुद की जिंदगी से धोना पड़ा हाथ,,

मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा मे सुरक्षा व्यवस्था मे ड्यूटी कर रही, महिला कांस्टेबल विभा द्विवेदी (ढावा) हनुमना घायल हो गई, जंहा उसे उंचेहरा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया ।
उंचेहरा से घायल को, सतना जिला चिकित्सालय एम्बुलेंस 108 को कॉल करने पर जब घंटो वाहन नही आया, तब प्राइवेट वाहन द्वारा सतना लाया गया ।
जंहा उसे देर होने और समय से उचित चिकित्सा व्यवस्था न मिल पाने के कारण मृत घोषित कर दिया गया ।

भारतीय जनता पार्टी को तो, मीडिया मे सूर्खियां बटोरना था, शायद यही कारण है, कि सबकुछ जानने के बाद भी, खामोस मूकबधिर बनी बैठी रही ।

बेटियों के लिए समर्पित मामा उसे देखने तक न आए, न ही कोई भाजपा से जुड़ा आला कुर्ताधारी ने कोई संवेदनाएं व्यक्त की ।

महिला कांस्टेबल के साथ, ड्यूटी कर रहे, उसके मित्र फूट फूट कर रो पड़े ।
सबने बिलखते एक सवालों को दोहराया, हजारों की तादाद मे कमल के झंडे-पोस्टरों से लदी सनीपटी गाड़ियां मे से कोई एक भी मदद कर देता, तो शायद आज ये हृदय विदारक हादसा न होता ।

हम मृतक को भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पित करतें हैं
परमपिता ईश्वर से, उनके घर के लोगों की इस असीम अपार कष्ट को सहन करने की ताकत दे, ये प्रार्थना करतें हैं ।