प्रदेश में इस साल के अंत मेें होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी व कांग्रेस में अब तक कोई बात नहीं बन सकी है। दोनों ही दल इस मामले में एक दूसरे पर दबाव बनाने के प्रयासों में लगे हुए हैं। इस बीच गठबंधन की चिंता छोडक़र बसपा ने अपना चुनावी अभियान मप्र में शुरु करने का फैसला कर लिया है। यही नहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में कांग्रेस के गठबंधन के दावे पर सवाल खड़े करते हुए साफ कह दिया है कि प्रदेश में पार्टी के प्रभाव वाले क्षेत्रों में अधिक सीटें मिलती हैं तो ही गठबंधन हो सकता है। अन्यथा बसपा सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इससे कांगे्रस पर बसपा को ज्यादा सीटें देने का दबाव बन सकता है। मायावती ने कांगे्रस नेताओं के उन बयानों पर भी आपत्ति दर्ज कराई है जिसमें बसपा से गठबंधन होने का दावा किया गया था। मायावती ने कहा कि सम्मानजनक और पर्याप्त सीटें मिलेंगी तभी कांग्रेस के साथ मप्र, राजस्थान और छग में गठबंधन होगा। इस बयान से मध्यप्रदेश बसपा के नेता खुश हैं। गठबंधन में ज्यादा सीटें मिलने से बसपा का वर्चस्व बढ़ेगा इधर कांग्रेस को डर है कि बसपा के लिए ज्यादा सीटें छोड़ी तो पार्टी में बगावत बढ़ सकती है।
चुनाव अभियान आज से
बसपा ने कांग्रेस से गठबंधन की बात से बेफिक्र होकर आज से चुनाव अभियान शुरू करने की तैयारी कर ली है। सतना, छतरपुर, मुरैना और दतिया सहित बसपा के प्रभाव वाले अन्य जिलों में रैली और सभाएं होंगी।