एक तरफ भाजपा देश के साथ ही प्रदेश में अपनी पूरी राजनैतिक लड़ाई और चुनावों को सोशल मीडिया के सहारे लडऩा चाहती है तो दूसरी ओर प्रदेश में इस मामले में पार्टी व उसके नेताओं को फालोअर नहीं मिल रहे हैं। हालांकि पार्टी बीते साल गुजरात और कर्नाटक के चुनाव में इसका सफल प्रयोग कर चुकी है। इन दोनों राज्यों में पार्टी ने 45 हजार से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर चुनाव में सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग किया था, लेकिन मप्र में स्थिति इसके ठीक उलट दिख रही है। खास बात यह है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के बाद भी राजनेता, कार्यकर्ता और संगठन सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। इसका सबसे बड़ा और ताजा उदाहरण जन आशीर्वाद यात्रा है। यात्रा को लेकर जिस तरह से भीड़ जुट रही है उसकी तुलना में इसे सोशल मीडिया पर उतनी तव्वजों नहीं मिल रही है। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्विटर पर 47 लाख फालोअर्स हैं तो मप्र भाजपा के ढाई लाख। इसके बाद भी जन आशीर्वाद रथयात्रा के ट्विटर हैंडल में इनकी संख्या महज 707 तक ही सीमित बनी हुई है। पार्टी नेताओं का मानना है कि यात्रा में उमड़ रही भीड़ के मुताबिक सोशल मीडिया में माहौल नहीं बन पा रहा है। हालांकि यात्रा के प्रभारी सांसद प्रभात झा कहते हैं कि इस बार की यात्रा 2008 और 2013 से ज्यादा सफल है। सोशल मीडिया में भी हम नंबर एक पर हैं।
शाह और मोदी का है पूरा जोर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सर्वाधिक जोर सोशल मीडिया पर है। इसका अंदाजा मोदी के 4 करोड़ 32 लाख फॉलोअर्स की बड़ी संख्या को देखकर लगाया जा सकता है। पार्टी ने सांसद राकेश सिंह जैसे युवा को प्रदेश की कमान भी इसलिए सौंपी है कि वे प्रदेश संगठन को हाईटेक चुनाव के लिए तैयार कर सकें, लेकिन यह कारगर होता फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। इससे पार्टी संगठन की चिंता भी बढ़ गई है।
यह सरकारी यात्रा है- कांग्रेस
इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी आरोप लगा रही है कि रथयात्रा में सारी भीड़ सरकारी संसाधनों से अफसर जुटा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कहते हैं कि अफसरों को भीड़ जुटाने का टारगेट दिया गया है। सरकारी खजाने को लुटाया जा रहा है। मुख्यमंत्री को लोग सुनना नहीं चाह रहे हैं। हमारी सभा में लोग स्वेच्छा से आ रहे हैं और इनकी सभा में लोग लाए जा रहे हैं।
वर्चुअल सभा को डेढ़ लाख लोग देख रहे हैं : भाजपा
भाजपा आईटी सेल के प्रदेशाध्यक्ष शिवराज सिंह डाबी कहते हैं कि जन आशीर्वाद यात्रा का ट्विटर हैंडल मात्र दस दिन पहले बना है पर हमारे फेसबुक पेज ‘बीजेपी फॉर एमपी’ में देखेंगे तो हमारी रोजाना की वुर्चअल सभा को डेढ़ से ढाई लाख से लोग देख रहे हैं। हम यात्रा के ट्विटर पर नियमित पोस्ट डालते हैं पर पार्टी और सीएम के अकाउंट पर सिर्फ चुनिंदा पोस्ट डाली जाती है।
मध्यप्रदेश भाजपा पर एक नजर
– 480 सदस्यों की प्रदेश कार्यसमिति
– 7 मोर्चे, 12 प्रकोष्ठ में 1000 से ज्यादा पदाधिकारी
– 65 हजार बूथ पर सवा सात लाख कार्यकर्ता।
– सोशल मीडिया टीम में दो लाख से ज्यादा कार्यकर्ता
– संगठन के लिहाज से 56 जिले और 835 मंडल मुख्यालय।
जन आशीर्वाद यात्रा ट्विटर हैंडल
2018 जुलाई में बनाया गया
293 अब तक कुल ट्वीट
707 कुल फॉलोअर (24 जुलाई तक)
45 से ज्यादा बार किसी भी वीडियो को नहीं देखा।