सरकारी हेलिकॉप्टर से नहीं भर सकेंगे सीएम उड़ान

चुनावी साल में सीएम जहां प्रदेश के दूर दराज अंचल तक पहुंचने के लिए प्रतिदिन दौरे कर रहे हैं ऐसे में डायरेक्टर जनरल सिविल एवीएशन (डीजीसीए) ने सुरक्षा की कमी का हवाला देते हुए मध्यप्रदेश सरकार की विमान और हेलिकॉप्टर की उड़ान पर रोक लगा कर बड़ा झटका दे दिया है। दरअसल डीजीएसीए के फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर आशीष कपूर ने 25 जुलाई को यह प्रतिबंध लगा दिया है। इसकी जानकारी मुख्य सचिव बीपी सिंह को पत्र द्वारा दे दी गई है। पत्र में कपूर ने लिखा है कि वीवीआईपी की सुरखा को ध्यान में रखते हुए एविएशन मैन्यूअल की कमियों को तत्काल दुरुस्त कराएं। उसके बाद ही फ्लाइट ऑपरेशन की अनुमति मिलेगी। इसके बाद से ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनआशीर्वाद यात्रा सहित अन्य गन्तव्य स्थान तक निजी विमान या हेलिकॉप्टर से सफर करना पड़ रहा है। इस पत्र के मिलने के बाद सरकार ने प्रतिबंध समाप्त करवाने के लिए आनन-फानन में विमानन संचालनालय में प्रशासनिक कामकाज देख रहे पॉयलेट अनंत सेठी को अकांउटेबल मैनेजर बना दिया है। इसकी जानकारी डीजीसीए को भी दे दी । स्टेट गैरेज के अफसर सालों से पेंडिंग एविएशन मैन्यूअल को पूरा करने में जुट गए हैं। वहीं, विमानन विभाग में फ्लाइट ऑपरेशन के रिक्त पदों को भरने की तैयारी है।
छह साल पहले भी लग चुकी है रोक
डीजीएसीए अप्रैल 2012 में भी रोक लगा चुका है। मुख्यमंत्री के उड़ान भरते समय हेलिकॉप्टर की खिडक़ी खुल गई थी। डीजीसीए ने दिल्ली से टीम भेजी थी। इसमें खामियां मिलने पर फ्लाइट ऑपरेशन रोका था। उस समय अनंत सेठी चीफ पॉयलेट के साथ अकांउटेबल मैनेजर थी थे। उसके समय उजागर हुई कई कमियां आज तक पूरी नहीं हुई। इसके बावजूद उन्हें फिर से अकांटेबल मैनेजर की जिम्मेदारी दे दी।
अनफिट सेठी को दिया प्रभार
एयरपोर्ट अथॉरिटी मेडिकल बोर्ड सेठी को परमानेंट अनफिट घोषित कर चुका है। डीजीसीए से लाइसेंस निरस्त होने के बाद सेठी को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई थी, लेकिन उच्चस्तर से उन्होंने यह प्रक्रिया रुकवा ली और अब सरकार ने उन्हें अकांउटेबल मैनेजर बना दिया है।