24 घंटों में प्रदेश के 28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, भोपाल में मूसलाधार बारिश

भोपाल। करीब 12 दिन के अंतराल के बाद एक बार फिर मानसून पूरे मध्य प्रदेश पर मेहरबान हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के 28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहेगा। वहीं भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटे में नरसिंहपुर में 131 और जबलपुर में 91.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। छह जिलों में नदी-नाले एक बार फिर से उफान पर आ हैं। कई जगहों से सड़क संपर्क टूट गया है। जबलपुर में भारी बारिश के चलते एक मकान गिर गया। मलबे में दबने से दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान जबलपुर, सागर, शहडोल रीवा और चंबल संभागों के अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश हुई है।

28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी: मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा रीवा, सतना, सिंगरौली, सीधी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, उमरिया, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल एवं अशोकनगर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

यहां पड़ेंगी गरज-चमक के साथ बौछारें: ग्वालियर, चंबल, इंदौर और उज्जैन संभाग के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है।

बीते 24 घंटे में कहां कितनी बारिश: नरसिंहपुर 131, जबलपुर 91.7, मंडला 56.0, श्योपुर 55, सीधी 54.4, सतना 37.8, दमोह 37.8, दमोह 31,0, रतलाम 28.0, दतिया 23.8, रीवा 24.0, खजुराहो 23.2, नौगांव 16.2 उमरिया 12.6, गुना 10.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

इसलिए हो रही बारिश: पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश का सिलसिला अब भी जारी है। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी एवं उसके आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना है। हवा के ऊपरी हिस्से में 7.6 किमी की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा भी बन चुका है। अगले कुछ घंटों में यह और स्ट्रांग होगा। संभावना है कि एक बार फिर से प्रदेश के अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है।

अति कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में बना हुआ है। साथ ही, हवा के ऊपरी हिस्से में 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है जिसके आगामी 12 घंटों के भीतर और अधिक गहराने तथा प्रेशर बनने की संभावना है।

मानसून द्रोणिका अनूपगढ़, चूरू, ग्वालियर, सीधी, डालटनगंज, अति कम दबाव के क्षेत्र के मध्य भाग से होकर गुजर रही है। उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में हवा के ऊपरी हिस्से में 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है।