डूब प्रभावित किसान पदयात्रा कर करेंगे धरना, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सीधी (मंगल भारत) गुलाब सागर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने के कारण ग्राम छुही, खतरा, तिलवारी, सेंधवा, कोटरों, भैंसताल, चुनगुना, चफोदी, गंजरी आदि ग्रामों के लगभग चार सौ किसानों की भूमियां डूब में आ रही हैं डूब में आने वाली भूमियों एवं परिसंपत्तियों के मुआवजा भुगतान में भू अर्जन अधिकारी मझौली एवं विभागीय कर्मचारियों द्वारा व्यापक अनियमितता की गई है।

किसानों के साथ की जा रही अवैधानिकता के खिलाफ टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा ने जन आंदोलन करने का फैसला किया है आंदोलन किए जाने संबंधी ज्ञापन कलेक्टर सीधी को क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने सौंप कर उल्लेख किया है कि 8 जनवरी 2018 को सुबह 9:00 बजे से ग्राम छुही से “किसान सुरक्षा पदयात्रा” करके दोपहर 12:00 बजे एसडीएम कार्यालय मझौली में धरना किया जाएगा। कलेक्टर सीधी को सौंपे गए ज्ञापन पत्र में मांग की गई है कि गुलाब सागर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से डूब में आने वाली भूमिया सिंचित है किसानों के पास सिंचाई कर दिए जाने की रसीद होने के बाद भी असिंचित दर से मुआवजा बनाया गया है अतः मुआवजा सिंचित दर से बनाया जाए। इसी तरह डूब में आने वाली भूमियों में स्थित परसंपत्तियों मेड, पेड़, कूप, मकान आदि का मुआवजा नहीं बनाया गया है परिसंपत्तियों का भी मुआवजा बनाए जाने की मांग की गई है। यह भी मांग की गई है कि डूब प्रभावित ग्रामों में शासकीय जमीन में बसे गरीबों के मकान एवं परिसंपत्तियों का मुआवजा नहीं बनाया जा रहा है प्रावधान अनुसार इन्हें भी मुआवजा भुगतान किया जाए। गुलाब सागर बांध में मछली पालन का ठेका बाहरी ठेकेदार को दिए जाने का विरोध करते हुए मांग की गई है कि डूब प्रभावित आदिवासियों द्वारा गठित स्व सहायता समूह को मछली पालन का पट्टा दिया जाए। ज्ञापन पत्र में इस बात का उल्लेख कार मांग की गई है कि बांध हेतु अधिग्रहित भूमियों में जिन किसानों का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया है शीघ्र मुआवजा दिया जाए तथा घोषणा अनुसार प्रभावित प्रत्येक परिवार को नौकरी एवं आदिवासी परिवारों को 5 एकड़ भूमि प्रदान की जाए तथा विस्थापन नीति का पालन करते हुए विस्थापित आदिवासी परिवार की बसाहट हेतु वन परिक्षत्रे चुरहट के कंपार्टमेंट नंबर 1188, 1189, 1190 एवं 1191 में खाली पड़ी भूमि आवंटित की जाए।