मंगल भारत भोपाल| भाजपा का प्रदेश में 14 साल से शासन और आरएसएस के पूर्व प्रदेश प्रमुख की जमीन हड़प ली जाये, हिन्दूत्व की बात करने वाली सरकार के काल में सती का चबूतरा हड़प लिया जाये..ऐसा ही दिलचस्प वाकया हुआ है मंदसौर के भानपुरा में। सरकार के नाम से और निजी लोगों के नाम से दर्ज चली आ रही भूमि वक्फ बोर्ड के नाम न केवल कर दी गयी बल्कि उसका नामान्तरण भी हो गया। पूर्व राज्यसभा सांसद रघुनंदन शर्मा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक से कर दी लेकिन कोई नतीजा नही निकला।
भानपुरा जिला मंदसौर के पटवारी हल्का नम्बर 10 में स्थित बेशकीमती जमीन वक्फ बोर्ड के नाम दर्ज होने का मामला सामने आया है।1968 से सरकारी भूमि के रुप में दर्ज रही भूमि और 1999 से 2012 तक के रिकार्ड में भी सरकारी के रुप में दर्ज रही भूमि 2012 में वक्फ सम्पत्ति के रुप में न केवल परिवर्तित हो गयी बल्कि नामांतरण भी हो गया।सबसे चौकाने वाली बात यह है कि सती के चबूतरे के रुप में दर्ज और पूजा का स्थान भी वक्फ बोर्ड की संपत्ति बन गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रदेश प्रमुख रहे और दो बार विधायक व एक बार राज्यसभा सांसद रहे विमल कुमार चौरड़िया की निजी भूमि भी वक्फ के पास चली गयी।
मामला जब आठ माह पहले भानपुरा के निवासी और वरिष्ठ भाजपा नेता रघुनंदन शर्मा के ध्यान में लाया गया तो उन्होने इसकी प्रमाणों के साथ राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से शिकायत की।लेकिन नतीजा ठाक के तीन पात..उसके बाद शर्मा मध्यप्रदेश के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्दे के पास पहुचे लेकिन वहा से भी कोई कारवाई नही हुई।तीन बार मुख्यमंत्री से समय मांगने पर दिसंबर में शिवराज सिंह ने रघुनंदन शर्मा से पूरा मामला सुना लेकिन कारवाई के नाम पर टांय-टांय फिस्स।अइब शर्मा दुखी और हैरान है कि करे तो करे क्या।सरकार भाजपा की है तो आन्दोलन भी नही कर सकते और सुनवाई कोई कर नही रहा। वहीं वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शौकत मौहम्मद उस मामले की जानकारी न होने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि वे जानकारी लेने के बाद ही कोई कारवाई करेंगे| ।