कांग्रेस को चुनावों में 165-170 सीटें मिलेंगी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लंबे अरसे तक मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता रहे मानक अग्रवाल का कहना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में जनता शिवराज सरकार को उसके पापों की सजा देने का मन बना चुकी है। उनका कहना है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में 165 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कराकर बहुमत से सरकार बनाएगी। तथा मप्र कांग्रेस के मुखिया कमलनाथ मप्र के मुख्यमंत्री होंगे। पेश हैं उनसे बातचीत के मुख्यांश…
– : मप्र में क्या इस बार कांग्रेस की सरकार बन रही है? कांग्रेस को कितनी सीटें मिल रही हैँ?
मानक अग्रवाल: जिस तरह की शिवराज सरकार के खिलाफ जनता में नाराजगी है और कांग्रेस के पक्ष में पूरे प्रदेश में माहौल बन रहा है, मेरा अनुमान है कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 165-170 सीटें मिलेंगी और इस बार पंद्रह साल से मप्र में काबिज भाजपा सरकार को नेस्तनाबूद कर सरकार बनाएगी।
– : किन मुद्दों को आधार बनाकर कांग्रेस चुनाव मैदान में उतर रही है?
मानक अग्रवाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले पंद्रह सालों में जो राजनैतिक-प्रशासनिक भ्रष्टाचार-गड़बड़झाले किए, व्यापमं, ई-टेंडरिंग घोटाले किए, उन्हें हम जनता को बताएंगे। किस तरह से शिवराज सरकार ने विकास और झूठी वाहवाही लूटने के लिए मप्र को दो लाख करोड़ रुपए के कर्ज में डुबो दिया, जनता को बताएंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी उपलब्धि झूठ बोलने की है। इसमें उन्होंने विश्व रिकॉर्ड बनाया है, उसे हम जनता के सामने लाएंगे। शिवराज को ढोंग करने, वादा खिलाफ करने, बनावटी बातें करने, निवेश के बहाने सबसे अधिक विदेश यात्राएं करने वाले सीएम के रूप में याद किया जाएगा। सीएम जिन महिलाओं के उत्थान, सम्मान और सुरक्षा की बात करते हैं, क्या वे मप्र में सुरक्षित हैं, वे किसान, व्यापारी और कर्मचारी के कल्याण का ढिंढोरा पीटते हैं, क्या वे खुश है? कांग्रेस इन्हीं सब मुद्दों को आधार बनाकर चुनाव लड़ रही है।
– : क्या इस चुनाव में एंटी-इनकम्बेंसी जैसी कोई बात है, जिसका फायदा कांग्रेस हो सकता है?
मानक अग्रवाल: बिल्कुल, पूरे प्रदेश से जिस तरह का फीडबैक आ रहा है, शिवराज सरकार के खिलाफ जनता में जबरदस्त नाराजगी है। जनता मोदी-शिवराज के झूठे जुमलों को सुन-सुनकर तंग आ चुकी है। सबका साथ-सबका विकास का नारा देते हैं, और पूरे देश की जनता को हर दिन नए संकट में खड़ा कर देते हैं। यह सिर्फ नारों और वायदों की सरकार है। अब जनता को जुमले नहीं काम चाहिए। इस विधानसभा चुनाव में शिवराज सरकार पंद्रह साल में किए गए पापों की सजा भुगतेगी। जनता भाजपा सरकार को सबक सिखाने का मन बना चुकी है। फिर यह चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं, बल्कि भाजपा सरकार और जनता के बीच हो रहा है।
– : क्या बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी और जयस से चुनावी गठबंधन नहीं हो पाने से कांग्रेस को नुकसान नहीं होगा?
मानक अग्रवाल: कतई नहीं। बल्कि इन दलों से गठबंधन से कांग्रेस को ही नुकसान होता। क्योंकि एंटी-इनकम्बेंसी का फायदा सीधे तौर तीसरे दलों के बजाय वैकल्पिक पार्टी को होता है। मप्र में भाजपा का विकल्प सिर्फ कांग्रेस है। कांग्रेस का प्रदेश में अपना जनाधार है। जबकि तीसरे मोर्चे के दलों को अभी जमीन की तलाश है। इसलिए गठबंधन नहीं होना कांग्रेस के लिए हितकारी फैसला रहा है।
– : कांग्रेस के नेता चुनाव मैदान में रहने के बजाय पूरे महीना प्रत्याशियों के चयन के लिए दिल्ली में बैठे रहे। जबकि भाजपा चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर चुकी है? ऐसा नहीं लगता कि कांग्रेस प्रचार में भाजपा से पिछड़ गई है?
मानक अग्रवाल: कांग्रेस रणनीति के साथ पूरी तरह से चुनाव मैदान में उतर चुकी है। उसके कार्यकर्ता और नेता ब्लाक, मंडल और सेक्टर स्तर पर सक्रिय हैं। जहां तक प्रत्याशियों के चयन की बात है, तो चुनाव मैदान में जीतने के लिए अच्छे प्रत्याशियों का चयन भी महत्वपूर्ण काम है। चुनाव जीतने के लक्ष्य के साथ कांग्रेस ने जिताऊ और योग्य प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। इस बार में पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं।
– : यदि कांग्रेस चुनाव जीतती है, तो मुख्यमंत्री कौन होगा कमलनाथ या ज्योतिरादित्य सिंधिया?
मानक अग्रवाल: कांगे्रस कमलनाथ जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। वे कुशल रणनीतिकार और अनुभव राजनेता हैं। इसमें कतई संशय नहीं है कि निश्चित रूप से इस बार कांग्रेस चुनाव जीतेगी और कमलनाथजी ही मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे।