नई दिल्ली नोटबंदी के बाद चलन में आए 2000 के नोट जल्द ही एटीएम से हटाए जाएंगे। चुनिंदा एटीएम से ही अब 2000 के नोट निकाले जा सकेंगे। इनकी जगह आगामी चार माह तक 50 फीसदी एटीएम बूथों से 200 रुपये के नोट निकाले जा सकेंगे।
रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार सभी बैंक अपने एटीएम नई करेंसी के माफिक तैयार कर रहे हैं। अधिकतर एटीएम में 500, 200 और 100 रुपये ही नोट मिलेंगे।
रिजर्व बैंक का पूरा फोकस अब दो सौ रुपये के नोट पर है। निकट भविष्य में न सिर्फ दो सौ रुपये की करेंसी का चलन बढ़ेगा, बल्कि शत प्रतिशत एटीएम इसके लिए तैयार किए जाएंगे।
कानपुर स्थित रिजर्व बैंक कार्यालय में बीते तीन माह में सबसे ज्यादा 200 रुपये के नोटों की खेप उतरी। इन्हें एटीएम बूथों और बैंक शाखाओं तक पहुंचाया गया।
रिजर्व बैंक का निर्देश है कि पांच सौ की एक गड्डी देने के बजाय 200 की दो और सौ की एक गड्डी दी जाए। वहीं कानपुर के 40 फीसदी एटीएम को 200 रुपये के नोट के लिए तैयार किया जा चुका है।
दरअसल, नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ने करेंसी की किल्लत खत्म करने के लिए दो हजार रुपये के नोटों की बंपर सप्लाई की थी। नतीजा यह हुआ कि किल्लत तो कम हुई, लेकिन लोगों की तिजोरी में पहुंचे नोट वापस नहीं आए।
यह स्थिति नोटबंदी के छह माह बाद ही स्पष्ट हो चुकी थी। अमर उजाला ने बैंकों की पड़ताल के बाद बहुत पहले ही इसका खुलासा कर दिया था कि दो हजार रुपये के नोट बैंकों में लौट नहीं रहे हैं।
रिजर्व बैंक ने नोटों की जमाखोरी को स्वीकार किया और एक साल पहले दो हजार रुपये के नोटों की छपाई कम कर दी थी। बताया जा रहा है कि दो हजार के नए नोट की छपाई अब पूरी तरह बंद है। हालांकि इसे घोषित तौर पर स्वीकार नहीं किया जा रहा है।