चेन्नै तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता का 2016 में अपोलो अस्पताल में 75 दिन तक चले इलाज के दौरान करीब 6.85 करोड़ रुपये का बिल बना था। इसमें सिर्फ उनके रूम के किराये के लिए 24 लाख से अधिक रुपये खर्च हुए। वहीं भोजन और अन्य पेय पदार्थों का खर्च करीब 1.17 करोड़ रुपये आया था।
जयललिता की मौत की परिस्थितियों की जांच कर रहे न्यायाधीश ए अरुमुघस्वामी आयोग को हॉस्पिटल की तरफ से दी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। मंगलवार को यह जानकारी लीक हो गई और मीडिया के हाथ लग गई। इस जानकारी के मुताबिक 6.85 करोड़ रुपये के बिल में से दिवंगत जयललिता की पार्टी एआईडीएमके ने 6 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। हालांकि अभी भी 44.56 लाख रुपये बकाया है।
डॉक्टर रिचर्ड बेले पर 92 लाख खर्च
सूत्रों के मुताबिक दिवगंत जयललिता के परिजनों की तरफ से इलाज के दौरान 5500 रुपये से लेकर करीब 30 हजार रुपये तक के 20 रूम करीब 60-70 दिन के लिए किराए पर लिए गए थे। बिल में इसका भी जिक्र है कि सिर्फ खाने और पेय पदार्थों पर इलाज के दौरान 1.17 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह बिल जयललिता के इलाज टीम में शामिल रहे लंदन के वरिष्ठ डॉक्टर रिचर्ड बेले पर हॉस्पिटल की सेवाओं के लिए खर्च बिल (92 लाख) से कहीं ज्यादा है। हालांकि 1.17 करोड़ रुपये में जयललिता के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ता, पदाधिकारी, मंत्री, सुरक्षाकर्मी और अन्य सहकर्मी भी शामिल हैं, जो इस दौरान हॉस्पिटल आते-जाते रहे।
मीडियाकर्मियों पर 48.43 लाख रुपये खर्च
हालांकि खाने पर खर्च का पूरा ब्योरा हाथ लगा है, वह काफी रोचक भी है। इस बिल में यह दिखाया गया है करीब 48.43 लाख रुपये सिर्फ मीडियाकर्मियों पर खर्च हुए जो इस दौरान हॉस्पिटल के बाहर ही कैंप में रहकर लगातार उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारियां देते रहे। इसके अलावा 25.8 लाख रुपये पुलिसकर्मियों पर खर्च हुए। 19 लाख रुपये सचिवालयकर्मियों पर और करीब 17.8 लाख रुपये वीआईपी सुरक्षाकर्मियों पर खर्च हुए।
फिजियोथेरेपी की सेवा देने वाले हॉस्पिटल को 1.29 करोड़ का भुगतान
यही नहीं सिंगापुर स्थित माउंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल, जिसकी तरफ से जयललिता को फिजियोथेरेपी की सेवा दी गई, उसे करीब 1.29 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।