भाजपा विधायक के पुत्र ने दी खुदकुशी की धमकी
गुना से भाजपा विधायक गोपीलाल जाटव के बेटे ने अपने ही एक पारिवारिक सदस्य पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए खुदकुशी करने की धमकी दी है। उनका यह पत्र वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। यह पत्र विधायक गोपीलाल जाटव के पुत्र मातादीन जाटव का है। इस पत्र में उसने लिखा है कि उनके परिवार का सदस्य विवेक जाटव उन्हें और उनकी पत्नी को प्रताड़ित कर रहा है। विवेक जाटव ने कई लोगों पर अत्याचार किये हैं। मुझे और मेरी वाइफ को कल रात को गाली-गलौच की और उसका यह आए दिन का काम है रात में 12-1 बजे आकर हमें प्रताड़ित करता है। इसमें उसकी मां भी शामिल हैं। मेरे मरने के बाद पूरी जिम्मेदारी विवेक जाटव और उसकी मम्मी की होगी। मेरा पुलिस से अनुरोध है कि इन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाए। उधर, इस मामले में अब विधायक गोपीलाल जाटव का कहना है कि पारिवारिक झगड़ा था। गुस्से में आकर उसने ऐसा लिख दिया होगा। मामला सुलझा लिया गया है। दोनों को सामने बिठाकर बात करा दी गयी है। अब किसी प्रकार का कोई झगड़ा नहीं है।
पुलिस के नवाचारों का जिम्मा अब शैलेष सिंह के पास
तीन आला पुलिस अफसरों को पुलिस महानिदेशक विवेक कुमार जौहरी ने नए सिरे से काम का जिम्मा सौंपा है। इसके लिए उनके द्वारा तीनों शाखाओं के कामों का बंटवारा नए सिरे से कर दिया गया है। वेस्ट प्रैक्टिसेज और पुलिस के नवाचारों पर शोध कर पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी स्पेशल डीजी पुलिस सुधार शैलेष सिंह को सौंपी गई है। इसी तरह से पुलिस रेगुलेशन को अपडेट कराने और जरूरत पड़ने पर उसमें संशोधन कराने का जिम्मा एडीजी पुलिस मैनुअल मनीष शंकर शर्मा को सौंपी गई है। आईपीएस मनीष शंकर शर्मा पुलिस मैनुअल शाखा के एडीजी हैं। अब वे पुलिस कार्य की विभिन्न विधाओं जैसे क्राउड कंट्रोल, सीन ऑफ क्राइम के संबंध में विशिष्ट मैनुअल्स तैयार करेंगे। इसके अलावा डीजीपी की ओर से सौंपे गए कार्य भी करेंगे। पुलिस की आरएंडडी शाखा के काम का भी विभाजन कर दिया गया है। इस शाखा के मुखिया एडीजी बीबी शर्मा हैं। इस शाखा को पुलिस रिसर्च के संबंध में समय-समय पर डीजीपी द्वारा सौंपी कई कार्यवाहियों को देखना होगा।
गुप्ता के बाद अगनानी की सेवाएं भी वापस मांगी
आईएएस अफसर केसी गुप्ता के बाद प्रदेश सरकार ने 1993 बैच के आईएएस अधिकारी मनोहर अगनानी की सेवाएं भी केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति से वापस मांगी हैं। अगनानी केंद्र सरकार में ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर पदस्थ हैं। अगनानी प्रमुख सचिव स्तर के
अधिकारी हैं। केंद्र सरकार ने आईएएस केसी गुप्ता की सेवाएं मप्र सरकार को लौटा दी हैं। उन्हें रिलीव भी कर दिया गया है। गुप्ता जल्द ही ज्वाइनिंग देंगे। केसी गुप्ता अगस्त, 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। माना जा रहा है कि गुप्ता को आमद देने के बाद अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बीच स्कूल शिक्षा विभाग की पीएस रश्मि अरुण शमी ने केन्द्र में जाने के लिए आवेदन कर दिया है, जबकि उपसचिव स्तर के अफसर बी विजय दत्ता हाल ही में केंन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। गुप्ता व अगनानी के आने के बाद प्रदेश में एक बार फिर से बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होना तय है।
आयु सीमा में वृद्धि के पक्ष में आए कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का उन युवकों को साथ मिल गया है, जो इन दिनों कोरोना महामारी के कारण मध्य प्रदेश में आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाओं के विज्ञापन जारी नहीं होने की वजह से तय आयु की वजह से अयोग्य हो गए हैं। इसको लेकर अब कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक अर्द्ध शासकीय पत्र लिखा है। इसमें उनके द्वारा कहा गया है कि कोरोना की वजह से समय-समय पर जारी होने वाली भर्ती परीक्षाएं आयोजित नहीं हुई। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में उम्मीदवार वर्तमान प्रावधानों के तहत अधिकतम आयुसीमा पार कर चुके हैं। हाल ही में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा परीक्षा वर्ष 2021 का विज्ञापन जारी किया गया है जिसमें अभ्यर्थियों की आयु की गणना 01 जनवरी 2022की स्थिति में की जा रही है, जबकि परीक्षा विगत वर्ष के लिये आयोजित की जा रही है। ऐसे में उनके द्वारा की जा रही वर्ष 2021, 2022 व 2023 के लिये आयोजित होने वाली परीक्षाओं में आयु सीमा में छूट पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उन्हें छूट प्रदान करें।