अब और बदली…बदली शिवराज की शैली …राष्ट्रीय स्तर पर चचार्एं गर्म

चुनौतियों को संभावनाओं में बदल अपनी जीवटता का लोहा मनवाया मुख्यमंत्री ने
-भाजपा शिवराज को हर चुनौती का सामने करने के लिए उतार रही मैदान में


भोपाल.
मंगल भारत ।सत्ता की चौथी पारी खेल रहे शिवराज सिंह चौहान इस बार बदले-बदले से हैं। चुनौतियों को संभावनाओं में बदलकर उन्होंने अपनी जीवटता का तो लोहा मनवाया ही है, साथ ही केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और संघ की मंशानुसार शासन का संचालन कर अपनी रणनीति से  सबको प्रभावित किया है। पैर में सरिया लगने और 9 टांके के बाद भी शिवराज ने जिस जीवटता के साथ बिना आराम काम किया है, इससे उनकी चर्चाएं राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। इसका असर यह हुआ है कि भाजपा शिवराज को हर चुनौती का सामने करने के लिए मैदान में उतार रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी शिवराज की डिमांड बढ़ी है।

शिवराज की शैली का आंकलन करें तो हम पाते हैं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छाया बने हुए हैं। भाजपा शासित राज्यों में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे मुखिया के रूप में उभरे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप काम करने के मामले में अव्वल हैं। खास बात यह है कि वे पहले से पढ़ लेते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी क्या चाहते हैं और कदम बढ़ा देते हैं। जन्मदिन के मामले को ही लीजिए, मोदी ने आह्वान किया कि हर शहर का जन्मदिन हर साल मनाया जाना चाहिए। इसकी शुरूआत कब होती है कोई नहीं जानता, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के हर गांव का जन्मदिन धूमधाम से मनाने की न केवल घोषणा की बल्कि 8 फरवरी को नर्मदा जयंती पर अपने गांव जैत का जन्म दिन मनाकर उन्होंने गांव और नगरों के जन्म दिन मनाने के अभियान की शुरूआत कर दी है।
चुनावी राज्यों में बढ़ी डिमांड
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपयोगिता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में प्रचार के लिए उनकी डिमांड बहुत है। चुनाव वाले राज्य चाहते हैं कि सीएम शिवराज सिंह चौहान उनके यहां चुनाव सभाएं लें।  पार्टी को भरोसा है कि शिवराज सिंह चौहान की भाषा शैली मतदाता को प्रभावित करती है और भाजपा को इसका लाभ मिलता है। शिवराज सिंह चौहान इस समय भाजपा के सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री है। वे मध्य प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने में सफल रहे हैं। उनके कार्यकाल में मध्य प्रदेश में बनी कई योजनाओं को दूसरे राज्य भी लागू कर चुके हैं। इसलिए अब दूसरे राज्य उनका लाभ चुनावों में उठाना चाहते हैं। इस समय उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हैं। यहां प्रचार अभियान जोरों पर हैं। शिवराज उत्तराखंड और यूपी में सभाएं कर रहे हैं। दोनों राज्यों में अभी भाजपा की सरकार हैं। वहीं सीएम शिवराज पंजाब, मणिपुर और गोवा भी चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार अभी पंजाब के लिए सीएम की एक सभा का कार्यक्रम बना है गोवा और मणिपुर का कार्यक्रम भी बन रहा है। खास बात ये है कि भाजपा की स्टार प्रचारकों की सूची में सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं है लेकिन उनकी डिमांड को देखते हुए उनका चुनाव कार्यक्रम पार्टी तय कर रही है।
केंद्र की योजनाओं के अमल में सबसे आगे
शिवराज सिंह चौहान मप्र में विकास का कोई भी मौका नहीं चूकते हैं। इस कारण केंद्र की योजनाओं के अमल करवाने में वे सबसे आगे रहते हैं। यानी प्रधानमंत्री ने केंद्र से जिस योजना की घोषणा की, शिवराज ने उसे तत्काल लपका। स्टार्टअप योजना हो, आत्म निर्भर मप्र योजना या किसानों-युवाओं से संबंधित कोई ऐलान शिवराज अमल में प्राण-प्रण से जुट गए। केंद्र ने पद्म सम्मान घोषित किए तो यहां मुख्यमंत्री ने अपने निवास में बुलाकर उन्हें सम्मानित ही नहीं किया, तीन प्रदेश स्तरीय सम्मानों की घोषणा भी कर डाली। प्रधानमंत्री मोदी के साथ कदमताल का ही नतीजा है कि शिवराज चट्टान की तरह पद पर अटल रहकर अपने काम में जुटे हैं। बिना रुके यह मेहनत ही शिवराज के लगातार मुख्यमंत्री बने रहने की वजह है।