सीधी. रामपुर नैकिन. पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा चलाये जा रहे मानव दूर्व्यापार निवारण, नशा मुक्ति अभियान एवं दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट धारण करने व सायबर अपराध के जनजागरण अभियान के सयुक्त रूप से तत्वाधान मे दिये गये निर्देश के अनुपालन मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार श्रीवास्तव के कुशल निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री अंजू लता पटले एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी चुरहट के मार्गदर्शन में थाना रामपुर नैकिन क्षेत्र के ग्राम झाझ ग्लोबल शेपर स्कूल मे कार्यक्रम का आयोजन आज दिनांक 29.10.2022 को किया गया जिसमे छात्र छात्राए, शिक्षकगण एवं ग्रामीणजन सामिल हुए
1. मानव दुर्व्यापारः- कार्यक्रम के दौरान बीट प्रभारी झाझ इन्द्राज सिंह के द्वारा मानव दुर्व्यापार के संबंध मे बताये कि मानव दुर्व्यापार समाज का सबसे घृणित रूप है जिसे समाज का त्रासदी भी कहा जाता है तथा आधुनिक दासता भी कहा जाता है जो समाज एवं संगठन के लिए कलंक है तथा कार्यक्रम के दौरान छात्र छात्राओं को गुड टच और बैड टच के बारे में बताया गया एवं ए उम्र मजदूरी की नही पढ़ने लिखने की है , सोच समझकर कदम उठाये पैसों की लालच मे न आये , नन्हे नन्हे हाथों को काम नही किताब चाहिये, तथा महिलाओं एवं बच्चो के यौन शोषण एवं दुष्कर्म एक सामाजिक संगठन की समस्या है । आधुनकि दासता का सबसे भयावह रूप मानव दुर्व्यापार है यह एक ऐसी अपराधिक प्रथा है जिसमे मानव का एक वस्तु का शोषण करके लाभ कमाया जाता है एवं जिसमे नशीले पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी कराई जाती है । भारत मे करीब 3 लाख बच्चे लापता है बच्चों से आजकर मैरिज हाल, नौकरी दिलाने वाले संस्थान, कोचिंग सेंटर, मसाज पार्लर, डांस सर्कश, डांस बार, होटल वाहनों मे कार्य कराते हुए एवं बच्चो से भिक्षा मगांते है । संविधान मानव दुर्व्यापार भारतीय संविधान के अनुच्छेद के 23 के अंतर्गत प्रतिबंधित है इसमे मानव तस्करी (humane trafficking), बेगार (Forced labour), इसी प्रकार के अन्य बलातश्रम के प्रकारों पर प्रतिबंध लगाता है बाल शोषण क्या है ऐसे बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक व यौन उत्पीणन तथा भावनात्मक सभी प्रकार के उत्पीड़न सहने पड़ते है । गैरकानूनी तरीके से गोद लेना, बिना पैसे के मजदूरी कराना, घरों मे नौकर बनाकर कमा करवाना, नौकरी के नाम पर भिक्षा मंगवाना, किसी भी व्यक्ति को बलपूर्वक तरीके से शोषण , किसी व्यक्ति की भर्ती व उसका परिवहन उसे रखना, उसका ट्रांसफर कराना एवं वेश्यागृह मे रखना , कानूनन मानव तस्करी अधि. 1986 है जिसमे मानव तस्करी निवारण संरक्षण पुनर्वास की व्यवस्था है एवं धारा 370, 370(क), 371, 374 का समावेस किया गया है । तथा बच्चों को पोस्टर वितरित किये गये ।
2. सायबर क्राईमः- कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि सायबर क्राइम मे आरोपियों से बरतने वाली सावधानिया है कि 1. कीसी भी व्यक्ति को अपने मोबाइल से अपना पासवर्ड सेयर नही करना चाहिये । 2. कुछ लोग मोबाइल लगाकर मोबाइल धारक को यह बताते है कि आपने 8 लाख इनाम जीत लिये है जिसमे 1 लाख यह कहकर कि टेक्स जमा करना है व कागज तैयार करना है हमारे खाते मे जमा कर दो यह ठगी, धोखाधड़ी है । 3. आपके मोबाइल मे किसी भी व्यक्ति द्वारा अंजान मैसेज (पैसा आने या अन्य किसी के संबंध मे भेजकर आपसे लिंक पर टच कर खोलने के लिए कहा जाता है यदि आप लिंक खोलते है तो आपके मोबाइल के खाते से पैसे गायब हो जाते है ) जो नही करना है । 4. आपके मोबाइल मे किसी अंजान व्यक्ति का फोन आने पर उससे नाकारात्मक बातचीत न करें आपकी बात को रिकार्डिंग कर आपसे से ब्लेकमेलिंग कर सकता है । 5. आपके मोबाइल मे जब घर मे रहे तो कोई अंजान व्यक्ति आपके परिवार मे छोटे बच्चे महिलाओं से बात कर आरोपी अधिक इनाम जितने या बैंक खाता संबंधित जानकारी मांगता है जो अपने परिवार से ऐसी जानकारी देने से बचने के लिए कहें ।
तथा मोबाइल मे सोसल मिडिया चलाते समय निम्न सावधानिया बरतनी चाहियेः- 1. अपना मोबाइल किसी नकारात्मक व्यक्ति / अंजान व्यक्ति को न दे कभी कभी आपके मोबाइल व्हाट्सएप से दूसरे मोबाइल व्हाट्सएक ग्रुप मे गंदी गंदी फोटो भेज जेते है जिससे आपका मोबाइल होने से आपके विरूद्ध कार्यवाही कर दी जावेगी । 2. आपके मोबाइल मे किसी अंजान व्यक्ति का विडियोकाल स्वीकार न करें क्योंकि अंजान व्यक्ति द्वारा आपत्तिजनक हालत मे विडियोकाल कर आपसे पैसे की मांग तथा अन्य प्रकार से ब्लैकमेलिंग कर सकता है । 3. किसी भी व्यक्ति को एटीएम कार्ड नंबर व सीव्हीव्ही नंबर न दे एटीएम कार्ड नंबर व सीव्हीव्ही नंबर प्राप्त होने पर कोई भी व्यक्ति आपके खाते से पैसा निकाल सकता है । 4. जब कभी अपना एटीएम लेकर पैसा निकालने हेतु जाते है तो ध्यान रखें कि एटीएम के पास कोई दूसरा व्यक्ति न रहे अधिकतर आपराधिक किस्म के लोग जब आप एटीएम मे पासवर्ड डालते है तो आपके पासवर्ड को देख लेते है या विडियो बना लेते है फिर आपको किसी प्रकार से आपका एटीएम बदलकर आपके खाते से पैसा निकाल लेते है । 5. आप अपना एटीएम दूसरे खासकर अंजान व्यक्ति को पैसा निकालने के लिए न दे न ही पासवर्ड बताये क्योंकि एटीएम के पास आरोपी बने रहते है उनकी फेस रीडिंग तेज रहती है खासकर गांव वालों को देखकर बोलते है कि दो मै आपके एटीएम से पैसा निकाल देता हूँ । ऐसा करने से बचे । 6. सायबर अपराध से पीड़ित व्यक्ति सायबर सेल हेल्पलाइन नंबर 1930 एवं यूजर्स आनलाइन नंबर 155360 पर सीघ्र काल कर सूचना देवें ।
3. हेलमेट लगाने के संबंध मे जनजागरण सूचना पत्र के सूचना पत्र के संबंध मेः- कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा पूर्ववर्ती निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक व्यक्ति को दो पहिया वाहन चालक व सवार व्यक्ति हेलमेट लगायेगा जिसका पालन करना सर्वथा अनिवार्यता है एवं माननीय हाईकोर्ट ने भी एक्सीडेंट से दो पहिये वाहन मे हेलमेट न लगाने से मौत एवं गंभीर चोंटों के ग्राफ बढ़े है । हेलमेट न लगाने वालों पर जनजागरण प्रचार प्रसार कर न मानने वालों के विरूद्द कार्यवाही के निर्देश दिये है । हेल्मेट लगाना जरूरी क्यों है व सख्ती की क्यों जरूरत हैः- 1. हेल्मेट न धारण करने पर दो पहिया वाहन चलाने पर गिरने व एक्सीडेंट पर सिर मे लगने पर जान जा सकती है व सिर मे गंभीर चोंट आने की संभावना है इसलिए हेलमेट जरूरी है । 2. हेलमेट धारण न करने पर पेट्रोल पंप मे पेट्रोल नही मिलेगा । 3. हेलमेट धारण न करने पर आपका लायसेंस निरस्त होगा । 4. शासकीय सेवक हेलमेट न लगाने पर विभाग के द्वारा सस्पेंड की कार्यवाही होगी व फाईन भी कटेगा 5. हेलमेट लगाने पर दो पहिया वाहन चलाते समय आखों की सुरक्षा रहती है कीड़े मकोड़े आँख मे नही आयेगे । 6. हेलमेट लगाने से आँख सिर, चेहरा मे धूल नही पड़ती एवं गर्मी मे लू से बचाव होता है तथा ठंडी मे कान मे हवा नही लगती है तथा ठंड से बचाव होता है । 7. आप सुरक्षित रहेंगे तो आपके परिवार का जीवन आसान होगा । आपके परिवार का जीवन अच्छा रहेगा । 8. चालान से आपका पैसा बचेगा जिससे आप परिवार के लिए कुछ खरीद पायेंगे । इसलिए आपलोग हेलमेट लगाइये सुरक्षित रहिये ।
4. नशामुक्ति अभियान के संबंध मेः- कार्यक्रम के दौरान म.प्र. शासन के पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा संचालित नशामुक्ति अभियान के तहत बताया गया कि आपलोग अपने अपने परिवार, गांववालों को बताये कि नशा एक दीमक की तरह है जिससे आपका परिवार आर्थिक रूप से खोखला होता चला जाता है बिना हिचक के इसका विरोध करें । अगर कोई बात नही मानता तो अपने स्तर पर अपने आस पास के गणमान्य नागरिक , जनप्रतिनिधि एवं बुद्धजीवी व्यक्तियों से बताये तो ऐसा नही होगा कि नशा का सेवन करना बंद न करें ।