इसकी शिकायत एसडीएम को 17 मई को 18 मई को लिखित रूप में आवेदन देकर अवगत कराया गया था लेकिन प्रशासन लोगों को तालाब के सौंदर्यीकरण की बात बता कर बात को रफा-दफा कर दिया लगभग 18 फीट से ज्यादा एवं 50 मीटर चौड़ाई की भूमि में हजारों डंपर मिट्टी की निकासी की जा चुकी है और अभी भी अनवरत निकासी चालू है लेकिन इस मामले से संबंधित विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है
तालाब के गहरीकरण से हो चुकी है कई मौतें
चुरहट नगर परिषद अंतर्गत रामनगर के तालाब में गहरीकरण के कारण लगभग 10 वर्ष पहले 5 बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत के तालाब में गहरीकरण के कारण ही डूबने से मौत की खबर अखबार के माध्यम से सामने आई लेकिन प्रशासन अगर अभी नहीं जाग रहा है तो आखिर कब जागेगा 18 फीट से ज्यादा तालाब से मिट्टी निकाली जा चुकी है बरसात के मौसम में जब यह पानी भरेगा अगर कोई भी आदमी किसी तरीके से तालाब के अंदर प्रवेश कर गया उसका जिंदा वापस आना बड़ा मुश्किल है ऐसे में प्रशासन और खनिज विभाग को विशेष तौर पर ध्यान देकर इस पर कार्यवाही करने की आवश्यकता है हालांकि इस पर अभी तक खनिज विभाग ने किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की है और ना ही यहां अनुविभागीय अधिकारी राजस्व में ही कोई टिप्पणी नहीं दी नहीं दी है
