आठ साल बाद जामौद का मामला पहुंचेगा न्यायालय में
शिव सरकार ने आखिरकार कई साल पुराने तीन मामलों में कार्रवाई करना तय कर लिया है। तीन अफसरों के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस द्वारा दर्ज अनुपातहीन संपत्ति के मामले विशेष न्यायालयों को सौंप दिए। इनमें इंदौर के पीडब्ल्यूडी के टाइम कीपर गुरु कृपाल सिंह पर आय से 25 फीसदी अधिक संपत्ति का मामला है। उनकी अनुपातहीन आय लगभग 5.27 करोड़ थी। दूसरा मामला पूर्व संयुक्त आयुक्त, भोपाल रविकांत द्विवेदी का है। उनकी 4.94 करोड़ की आय वैधानिक आय से लगभग 97 फीसदी अधिक पायी गई थी। इसके अलावा पूर्व आबकारी उपायुक्त इंदौर नवल सिंह जामौद पर 2014 में कार्रवाई हुई थी। जांच में 22 फीसदी यानी 37 लाख से अधिक की आय ज्यादा पाई गई थी।
डीके शिवकुमार का मप्र दौरा आज से
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार दो दिन के मप्र दौरे पर विशेष विमान से आज दोपहर बाद ग्वालियर पहुंचेंगे। वे यहां से दतिया पहुंचकर मां बगलामुखी की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वे विमान से इंदौर पहुंचेगें और वहां से वे उज्जैन जाएंगे। वहां रात्रि विश्राम करेंगे और रविवार सुबह महाकाल मंदिर में भस्म आरती में शामिल होंगे। फिर वे काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना करके कार से इंदौर पहुंचेंगे। रविवार शाम को ही वे विमान से बेंगलुरु रवाना हो जाएंगे।
समीक्षा गुप्ता के खिलाफ पूर्व मंत्री नारायण सिंह ने खोला मोर्चा
विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा में खींचतान बढ़ती जा रही है। अब पूर्व मंत्री एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने बीते रोज पत्रकार वार्ता कर पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे टिकट मिले या न मिले, पार्टी के लिए काम करूंगा। लेकिन, पिछले चुनाव में भाजपा से गद्दारी कर चुनाव लडऩे वाली पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता को पार्टी ने टिकट दिया, तो क्षेत्र में पार्टी के लिए काम नहीं करूंगा । उन्होंने दावा किया की अगर समीक्षा चुनाव में उतरती हैं तो उनकी हार हजारों वोट से होगी। कुशवाह ने कहा कि यदि पार्टी पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा को दक्षिण विधानसभा से टिकट देती है, तो उनके लिए पूरी तरह काम करूंगा।
अब उमंग ने भी मिलाया अर्जुन सिंह काकोडिय़ा के सुर में सुर
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले बजरंगबली के नाम पर सियासत जारी है। कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा के बाद अब आदिवासी नेता एवं पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने भी बजरंगबली को आदिवासी बताया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम को लंका तक पहुंचाने वाली वानर सेना नहीं, बल्कि आदिवासी थे। सिंघार ने यह भी कहा कि हनुमान जी आदिवासी थे। हम सब आदिवासी संकट मोचन हनुमान जी, भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा के वंशज हैं। सिंघार ने यह बात गंधवानी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही है।