तेलंगाना से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने गोवा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मंच पर बांग्लादेश का झंडा फाड़ते हुए कहा कि ‘जो भी भारत के ख़िलाफ़ आएगा, उसका यही हश्र होगा.’ उन्होंने तलवार भी लहराई और कहा कि यह हर हिंदू के घर में होनी चाहिए.
नई दिल्ली: भाजपा नेता और तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह ने रविवार को गोवा में ‘जनसांख्यिकी परिवर्तन’ पर चिंता व्यक्त की और दावा किया कि राज्य में जिस दर से मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, उस पर विचार करने की आवश्यकता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण गोवा के कर्चोरेम में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हैदराबाद के गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक ने कहा कि गोवा में हिंदुओं की आबादी घट रही है और दावा किया कि ‘जहां भी हिंदू आबादी कम हुई है. वहां हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ है.’
राजा सिंह ने गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई द्वारा सितंबर में कोच्चि में एक चर्च के कार्यक्रम में की गई टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं इस राज्य के राज्यपाल द्वारा दिया गया एक बयान पढ़ रहा था. उन्होंने कहा कि गोवा में मुसलमानों का प्रतिशत, जो 10-15 साल पहले 3 प्रतिशत था, अब बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है. यह विचार करने और सावधानीपूर्वक सोचने वाली बात है.’
ज्ञात हो कि गोवा के राज्यपाल ने सितंबर में कोच्चि में एक चर्च के कार्यक्रम में गोवा के आर्कबिशप से यह देखने के लिए कहा था कि राज्य में ईसाई आबादी क्यों कम हो गई है जबकि मुस्लिम आबादी बढ़ गई है.
राजा सिंह ने दावा किया, ‘अगले 20-25 वर्षों में यदि हिंदू ‘हम दो हमारे दो’ के सिद्धांत का पालन करेंगे, तो उन्हें पाकिस्तान में हिंदुओं के समान ही अत्याचारों का सामना करना पड़ेगा.’
उन्होंने कहा कि अगर भारत में मुस्लिम आबादी बढ़ती रही और उनके सांसद 300 हैं, तो प्रधानमंत्री किस समुदाय से होगा? उनका ही होगा न? और जिन देशों में ‘उनके’ प्रधानमंत्री चुने जाते हैं, वहां हिंदुओं की क्या स्थिति रही है. इतिहास इसका गवाह है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से राजा सिंह की राज्य यात्रा रद्द करने की अपील की थी, और उन्हें ‘नफरती भाषण और सांप्रदायिक बयानबाजी के इतिहास वाला ध्रुवीकरण करने वाला व्यक्ति’ कहा था.
कांग्रेस का कहना था कि इस यात्रा से सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है और शांतिपूर्ण स्थल के रूप में गोवा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है.
कांग्रेस की गोवा इकाई के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडानकर ने कहा था, ‘गोवा विश्व स्तर पर अपने सांप्रदायिक सद्भाव और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए जाना जाता है. टी. राजा सिंह जैसे किसी व्यक्ति को आमंत्रित करके, जिन पर हेट स्पीच और सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं, भाजपा इस विरासत को खतरे में डाल रही है.
कांग्रेस की यह आशंका सही साबित हुई, क्योंकि रविवार को अपने 48 मिनट के भाषण में राजा सिंह ने ईसाई समुदाय के सदस्यों से ‘लव जिहाद’ के खिलाफ लड़ने के लिए उनके अभियान में शामिल होने की अपील की.
उन्होंने बांग्लादेश का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि पड़ोसी देश में हिंदुओं की हत्या की जा रही है और उनकी दुकानें लूटी जा रही हैं. उन्होंने कहा, ‘वे मदद की अपील कर रहे हैं. मैं कहना चाहता हूं कि ‘बजरंगी’ बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए लड़ने के लिए तैयार है. मोदी जी, बस 15 मिनट के लिए दरवाजे खोल दीजिए और हम यह कर देंगे.’
मंच पर बांग्लादेश का झंडा फाड़ते हुए उन्होंने कहा, ‘जो भी भारत के खिलाफ आएगा, उसका यही हश्र होगा.’ उन्होंने तलवार भी निकाली और कहा, ‘यह तलवार सिर्फ़ म्यान में रखने के लिए नहीं है. यह हर हिंदू के घर में होनी चाहिए.’
गौरतलब है कि टी. राजा सिंह को विवादित टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. हाल ही में के उत्तरकाशी में आयोजित महापंचायत में राजा सिंह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया था कि वे ‘लैंड जिहाद’ से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरणा लें. सिंह का सुझाव था कि धामी इस मुद्दे को हल करने के लिए ‘बुलडोजर का इस्तेमाल करने’ पर विचार करें.
2022 के शुरुआत में उन्होंने कहा था कि जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का समर्थन नहीं करेंगे वे ‘देशद्रोही’ हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव के बाद इसके नतीजे भुगतने होंगे.
जून 2022 में उनके खिलाफ अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को लेकर भड़काऊ टिप्पणी करने को लेकर मामला दर्ज हुआ था. 2020 में फेसबुक ने हेट स्पीच के चलते उनके एकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया था. मॉब लिंचिंग, गोरक्षा, राम मंदिर आदि मुद्दों पर भी वे समय-समय पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते देखे गए हैं.