नवजात शिशु के परिजनों को कब मिलेगा न्याय. चुरहट.
विगत दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चुरहट में मेडिकल स्टाफ की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई.
लेकिन आज दिनांक तक किसी भी प्रकार कीकार्यवाही जिला प्रशासन द्वारा नहीं की गई जो कि अपने आप में एक प्रश्न चिन्ह निर्मित करती है.
इसी बीच चुरहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर वरुण सिंह द्वारा नवजात शिशु के पिता की की गई शिकायत पर आग बबूला हो कर उल्टे ही मुकदमे में फसाने की बात कह रहे हैं सोशल मीडिया में चुरहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर वरुण सिंह का ऑडियो वायरल है जिसमें वह साफ-साफ कह रहे हैं कि जहां तुमको शिकायत करनी हो कर लो मेरा कुछ नहीं हो सकता मेरे मन से मेरा हॉस्पिटल चलता है और अपने सहयोगी डॉक्टर पांडे को अभद्र तरीके से गाली गलौज करते हुए साफ-साफ सुनाई दे रहे हैं.इस बात से भी यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जब डॉक्टर वरुण सिंह अपने सहयोगी डॉक्टर के ही नहीं हो पा रहे हैं तो यह समाज में अपनी विश्व सुनीता कैसे बनाएं रखे होंगे उक्त डाक्टर द्वारा अश्लील भाषाओं का प्रयोग खुलेआम आमतौर पर किया जाता रहा है.
जिला कलेक्टर से भी की गई शिकायत.
उक्त डाक्टर पहले से भी काफी विवादित रह चुके हैं बंगाली एवं झोला छाप से लेनदेन का मामला हो या फिर अपने ही सहयोगी डॉक्टर साकेत से मारपीट का हो.
ऑडियो में डॉक्टर साहब अपनी कार्य निष्ठा की दुहाई ऐसे दे रहे जैसे वही बस चुरहट हॉस्पिटल के कर्ताधर्ता हो वास्तविकता में चुरहट हॉस्पिटलकी उपस्थिति पंजी अगर उठाकर वरिष्ठ अधिकारी कारण देखे तो साफ-साफ स्पष्ट हो जाएगा कि कौन डॉक्टर कब और कहां रहता है और क्या रहता है.
रात्रि कालीन ड्यूटी में लगे डॉक्टर एवं नस की लापरवाही से मृतक हरिजन नवजात शिशु अब तो इस दुनिया में नहीं रहा लेकिन क्या उसके मां-बाप को इंसाफ मिल पाएगा या फिर उक्त दोषी व्यक्तियों को राजनीतिक संरक्षण एवं कर्मचारियों की चार्ट कुर्ता का लाभ मिलता रहेगा.