भोपाल: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक बार फिर कुपोषण के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा है। गौर ने मंत्री अर्चना चिटनीस पर तंज कसा है। उन्होंने उनके काम और व्यस्तता को लेकर सवाल खड़े किए है। वही राज्यपाल आनंदी बेन की सक्रियता की तारीफ की है और उन्हें कुपोषण को लेकर चिंतित बताया है। इसके साथ ही उन्होंने पोषण आहार के लिए दी जाने वाली राशि को भी बढ़ाए जाने की मांग की है।
चर्चा के दौरान गौर ने अपनी ही सरकार की मंत्री अर्चना चिटनीस को जमकर घेरा । उन्होंने कहा मंत्री और सरकार कुपोषण को मिटाने के लिए धीरे धीरे काम कर रही है। विभाग की मंत्री मेरे साथ कुपोषण क्षेत्रों में दौरे पर जाने वाली थी , लेकिन अब तक उन्हें समय ही नहीं मिल पाया है। वे बहुत व्यस्त हैं, इसलिए इस साल तो वे कुछ नही कर पाएंगी लेकिन आने वाले सालों में कुपोषण मिटाने के लिए काम जरुर करेंगी| वही गौर ने राज्यपाल आनंदीबेन की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है।उन्होंने कहा है कि राज्यपाल आंगनवाड़ियों में जा कर कुपोषण के मामले देख रही है ।प्रदेश की पहली ऐसी राज्यपाल जो मंत्री से ज्यादा काम कर रही है।कुपोषण को लेकर चिंतित है।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने शिवराज सरकार से मांग है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण आहार के लिए दी जाने वाली राशि को बढ़ाया जाए । अभी तक सरकार कम वजन के प्रति बच्चे पर 8 रुपए और अति कम वजन के बच्चे पर 12 रुपए खर्च करती है, जिस पर गौर ने कहा है कि 8 रूपये में चाय नहीं आती दूध और दलिया कहां से आएगा । गौर ने मांग की है कि यह राशि काफी कम है, इसे बढ़ाकर कम से कम 20 रुपए प्रतिबच्चा प्रतिदिन के मान से निर्धारित की जाए।
गौरतलब है कि विधानसभा के मानसून सत्र में भाजपा विधायक बाबूलाल गौर ने कुपोषण के आंकडों को लेकर जानकारी मांगी थी। जिस पर सवाल के जवाब में मंत्री अर्चना चिटनीस ने जो जानकारी दी है वो चिंतनीय है| प्रदेश में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1,26,218 है। यह मार्च 2015 की स्थिति में है। मप्र के खरगोन और सतना जिले में सर्वाधिक अति कम वजन वाले बच्चे पाए गए हैं। इन जिलों में 5399 और 5040 बच्चे अति कम वजन वाले पाए गए हैं। राज्य में कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1 लाख से ऊपर पहुंच गई है। खुद महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस के गृह जिले बुरहानपुर में 2329 बच्चे अति कम वजन वाले पाए गए हैं।
राज्य में मार्च 2015 में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1,26,218 है| मार्च 2016 में 90,537 मार्च 2017 में 1,53,842 और मार्च 2018 में 1,03,083 है। मंत्री ने बताया कि राज्य के खरगोन जिले में मार्च 2018 में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। छिंदवाडा जिले में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 2235, बालाघाट जिले में 913, सिवनी जिले में 982 और बैतूल जिले में 1711 है ।