नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी में गुरुवार (5 जुलाई) को दीक्षांत समारोह में जब राष्ट्रगान चल रहा था तो कुछ छात्र-छात्राओं ने उसके सम्मान में खड़े होने की परंपरा का पालन ही नहीं किया. वे जैसे-तैसे अपनी सीट पर बैठे रहे. समाचाज एजेंसी एएनआई के मुताबिक दीक्षांत समारोह में सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे. जब राष्ट्रगान हो रहा था तब कई छात्र-छात्राएं अपने आप उठकर खड़े हो गए. एजेंसी ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है.
यह तब है जब मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज ऐंड टेक्नॉलजी के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग ले चुके हैं. उन्होंने कहा था-‘मैं खुश हूं कि आज 400 से ज्यादा छात्रों को मेडल और उपाधियां प्रदान की गई.’ इस दौरान पीएम मोदी लेह में एशिया की सबसे बड़ी सुरंग ‘जोजिला’ की आधारशिला रखने के बाद सीधे कश्मीर पहुंचे थे.जम्मू कश्मीर सरकार ने 2016 में राष्ट्र विरोध गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्त 12 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर था. इससे पहले उनके खिलाफ डोजियर तैयार किया गया था. जिन 12 अफसरों को बर्खास्त किया गया, उनके खिलाफ पुलिस ने तहकीकात शुरू की थीः पुलिस ने इन अफसरों को लेकर एक अहम जांच रिपोर्ट तैयार की थी. इन अफसरों पर पुलिस रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्य के मुख्य सचिव के आदेश पर इन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया.