मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में अभी चार माह का समय है, लेकिन अभी से सभी राजनैतिक दलों ने चुनावी तैयारियां पूरी तरह से शुरु कर दी हैं। भाजपा व कांग्रेस के बाद अब आप ने भी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरु कर दिया है। आप प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मप्र में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए अभी से बाहरी कार्यकर्ताओं की फौज तैनात करना शुरू कर दी है। इसी के तहत पार्टी ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने भरोसेमंद एक-एक कार्यकर्ता की तैनाती कर दी है। यह सभी कार्यकर्ता सीएम अरविंद केजरीवाल के करीबी बताए जाते हैं। दिल्ली के यह कार्यकर्ता मप्र मे आप के पक्ष में न केवल माहौल बनाएंगे, बल्कि पार्टी उम्मीदवारों की प्रचार में भी पूरी मदद करेंगे। वहीं भोपाल की 6 सीटों पर काम करने के लिए दिल्ली से आई 10 लोगों की टीम भोपाल पहुुंच चुकी है।
मध्य क्षेत्र से की शुरुआत
इसकी शुरुआत बीते दिनों राजधानी की मध्य विधानसभा सीट से हो चुकी है। यहां पर नियुक्त रघुराज सिंह रोजाना लोगों को घरों में जाकर आप पार्टी के बारे में बताते हैं और नुक्कड़ नाटक व आम सभाओं के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का काम कर रहे है साथ ही मध्यवासियों को दिल्ली सरकार के 3 वर्ष का कार्यकाल बताकर एक डिटेल रिपोर्ट के जरिए व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ते नजर आ रहे हैं।
हाईकमान के पास पहुंचेगी रोजाना की रिपोर्ट
सूत्रों की मानें तो आप हाईकमान ने 230 सीटों के लिए एक-एक भरोसेमंद आदमी को नियुक्त किया है। जो रोजाना मप्र के विस क्षेत्रों में होने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट दिल्ली हाईकमान को भेजेगा साथ ही घोषित पार्टी के प्रत्याशियों और मप्र आप पार्टी के पदाधिकारियों से चर्चा करेगा साथ ही केंद्रीय नेताओं के होने वाले कार्यक्रमों की निगरानी करेगा और कमी को केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने का काम करेगा।
केजरीवाल के इंदौर दौरे के लिए आए 20 कार्यकर्ता
इधर 15 जुलाई को इंदौर में होने वाले सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यक्रम को आयोजिन कराने के लिए करीब बीस लोगों की टीम इंदौर पहुंच चुकी है। यह टीम कार्यक्रम की रुपरेखा को तैयार कर आप पार्टी में सीएम के चेहरे को तलाशने का काम करेगी। क्योंकि बताया जा रहा है कि इंदौर में आयोजित आमसभा के दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मप्र के सीएम के चेहरे के नाम की घोषणा कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी मप्र में तीसरी ताकत के रूप में उभरना चाहती है।