ओबीसी आरक्षण पर फिर… कांग्रेस व भाजपा में खिंची तलवारें

विधानसभा चुनाव में अब महज छह माह का ही समय रह गया है। इस बीच एक…

हर गरीब का होगा अपना आवास, कोई नहीं रहेगा मजबूर: मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को धार जिले की गंधवानी तहसील के गाँव…

गांव के तालाब को मौत के कुएं में तब्दील करने में लगे जनप्रतिनिधि प्रशासन मौन

इसकी शिकायत एसडीएम को 17 मई को 18 मई को लिखित रूप में आवेदन देकर अवगत…

अब बन रही फिल्म द बागेश्वर सरकार

अब बन रही फिल्म द बागेश्वर सरकार. देशभर में चर्चित बाबा बागेश्वर पर अब फिल्म बनाई…

मध्य प्रदेश के माननीय भूले अपना संकल्प

विधायक विधानसभा में नहीं पेश कर रहे अपनी संपत्ति का ब्यौरा. भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी।18 दिसंबर 2019…

कांग्रेस में दो दर्जन विधायकों के टिकटों पर संकट

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रदेश में अब विधानसभा के आम चुनावों में महज छह माह का ही…

शिव की विधायकों को… दो टूक चेतावनी

सक्रिय नहीं हुए तो न करें मदद की उम्मीद. पार्टी के विधायकों द्वारा अपने इलाकों में…

हनी ट्रैप का जिन्न फिर जागा… कई रसूखदारों पर होगी कार्रवाई

प्रदेश की सियासत और अफसरशाही में भूचाल लाने वाले बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले का जिन्न एक…

पेसा नियम को जमीन पर उतारने में कमी नहीं रहने दें: मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेसा नियम को जमीन पर उतारने…

मोदी अगले माह मप्र के किसानों को बांटेंगे 21 सौ करोड़ रुपए

भोपाल/मंगल भारत। प्रदेश में चुनावी साल होने की वजह से भाजपा व कांग्रेस दोनों की नजरें…

ब्राह्मण के बाद अब आदिवासी नेता से… लगेगा भाजपा को झटका

बालाघाट जिले में कांग्रेस होगी मजबूत भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनेताओं का…

मध्यप्रदेश में बहनें आत्म-निर्भर हो रही हैं, परिवार और समाज में बढ़ रहा उनका सम्मान: मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है मध्यप्रदेश में एक सामाजिक क्रांति हो रही…

सरकार! ये 13 हजार महिलाएं न्याय के लिए कहां जाएं

राज्य महिला आयोग चल रहा कर्मचारियों के भरोसे भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह…

संघ मुस्लिमों को जोड़ने अगले माह… भोपाल में लगाएगा अभ्यास वर्ग

प्रदेश में होने वाले विधानसभा के साथ ही अगले साल होने. वाले लोकसभा चुनाव में मुस्लिमों…

मिशन-2023- भाजपा संकट हरन… संघ का मंगलमूर्ति प्रयोग

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा अब मप्र में अगले छह महीने बाद होने…

कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि मप्र में भी अब बड़े पैमाने पर सत्ता व संगठन में परिवर्तन होगा, लेकिन अलाकमान ने इस मामले में अब विराम लगा दिया है। दरअसल प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव होने में महज छह माह का ही समय रह गया है। कांग्रेस कमलनाथ की अगुवाई में फिर से चुनावी जंग फतह करने का सियासी तानाबाना बुन रही है तो बीजेपी ने भी कमलनाथ को मात देने के लिए खास प्लान बना लिया है। इसके तहत मप्र में पीएम नरेन्द्र मोदी मोदी के नाम और काम, शिवराज सिंह चौहान के चेहरे, हिंदुत्व के एजेंडे के फॉर्मूले के सहारे मध्य प्रदेश में चुनाव जीतने का रोडमैप बीजेपी ने तैयार लगभग कर लिया है। इसको मैदानी स्तर पर अंजाम देने का जिम्मा मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के पास ही रहेगा। यानि की यह तय है कि अब इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को शिव व वीडी ही पार्टी को लड़ाएंगे। इस बार भी शिवराज की छवि का मेकओवर कर बीजेपी उन्हें आगे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने तय किया है कि शिवराज सिंह चौहान के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ा जाएगा और पार्टी ने उन्हें अपनी छवि को पूरी तरह से बदलकर मतदाताओं को पहुंचने का खाका तैयार किया है। शिवराज की एमपी में मामा वाली छवि का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। इस लोकप्रियता के दम पर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश रहेगी, क्योंकि पार्टी में फिलहाल शिवराज के जैसा कोई दूसरा चेहरा नहीं है, जिसे पार्टी आगे कर चुनावी मैदान में उतर सके। इसीलिए बीजेपी शिवराज के चेहरे पर ही दांव लगाना बेहतर समझ रही है। बीजेपी का बूथ प्रबंधन मध्य प्रदेश में पार्टी गुजरात मॉडल वाला फॉर्मूला अपनाएगी। एमपी में बीजेपी ने 65 हजार बूथों पर सघन संपर्क की रणनीति तैयारी की है। इसके तहत 65 हजार बूथ कमेटियों के सदस्यों से सीधा संवाद कार्यक्रम चल रहा है। पार्टी ने हर बूथ समिति को मतदाता सूची, पिछले दो विधानसभा और दो लोक सभा चुनावों के उस बूथ पर परिणामों का विश्लेषण किया है और साथ ही,हर बूथ पर राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की सूची भी सौंपी है, ताकि उनसे सीधा संपर्क साधा जा सके। बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने हर बूथ समिति को उस बूथ पर प्रभावी व्यक्तियों की पहचान करने और उनसे संपर्क करने को कहा है, जो मतदाताओं पर असर डाल सके। इसके लिए टीम वीडी लगातार मैदानी स्तर पर सक्रिय भी है। लिया चुनावी तैयारियों पर फीडबैक मप्र भाजपा कार्यसमिति की बैठक 19 मई को हो रही है इसके ठीक पहले प्रदेश संगठन को दिल्ली में मिशन 2023 के लिए सीख मिली है। राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बीते रोज दिल्ली में प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित शीर्ष नेतृत्व की बैठक हुई, जिसमें विधानसभा चुनाव की तैयारियों का फीडबैक लिया गया। सूत्रों की माने तो बैठक में राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिवप्रकाश और क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर चर्चा हुई है। जिसमें पूर्व मंत्री दीपक जोशी के भाजपा छोडऩे के कारणों और अन्य दूसरे नेताओं की नाराजगी के बारे में रिपोर्ट में जानकारी दी गई है। बताया गया है कि बीएल संतोष से मिले मंत्र को प्रदेशाध्यक्ष कार्यसमिति की बैठक के जरिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं तक पहुंचाएंगे। सूत्रों की माने तो प्रदेश के कुछ जिलों में संगठनात्मक गतिविधियों में निष्क्रियता और कुछ पदाधिकारियों द्वारा अपने दायित्वों के प्रति उदासीनता की बात भी सामने आई है। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है। विधायकों की अलग से होगी बैठक जानकारी के अनुसार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में विधायकों की अलग से बैठक होगी। इसके लिए विधायकों की अलग-अलग टोली बनाई जाएगी। इसमें ऐसे विधायक जिनकी क्षेत्र में पकड़ कमजोर हुई है, उनके साथ अलग से बैठक कर स्थिति कैसे मजबूत हो, इस पर चर्चा की जाएगी। प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक के तत्काल बाद कोर ग्रुप की बैठक भी होगी। इसके चलते इस दौरे के जरिए आगे के पार्टीगत समीकरण तय होंगे। कर्नाटक चुनाव के परिणाम आने के बाद अब मध्यप्रदेश पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का फोकस है। इस कारण वीडी ने दिल्ली पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं से मिलकर आगे की सियासी रणनीति को समझा और प्रदेश संगठन में अब विधानसभा चुनाव की दृष्टि से दूसरे-तीसरे स्तर पर कई बदलाव किए जाने हैं। इसके पहले वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करके आगे की रणनीति तय की जानी है। माना जा रहा है इसी सिलसिले में वीडी ने सलाह ली है। पीएम मोदी का नाम बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और काम को लेकर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरने का रोडमैप तैयार किया है। देश में ब्रांड मोदी की चमक अभी भी बरकरार है और बीजेपी की यही सबसे बड़ी ताकत है। इसीलिए बीजेपी पीएम मोदी के नाम, काम और चेहरे पर चुनाव लड़ती है और वोट मांगती हैं। पीएम मोदी भी चुनावी फिजा को अपने मुताबिक मोडऩा जानते हैं और हारती हुई बाजी को जीत में तब्दील करने का हुनर रखते हैं। केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए लाभार्थियों का एक नया वोटबैंक बीजेपी ने तैयार किया है तो महिलाओं के बीच भी पीएम मोदी का अपनी लोकप्रियता है। बीजेपी पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लडक़र उनकी लोकप्रियता को भुनाने की कवायद कर रही है। बीजेपी की नो रिपीट थ्योरी बीजेपी मध्य प्रदेश में भी नो रिपीट थ्योरी के फॉर्मूले को आजमाने की तैयारी में है। मोदी-शाह के इस अचूक प्लान से पार्टी गुजरात में तीन दशक से सत्ता में लगातार बनी हुई है। बीजेपी अब मध्य प्रदेश के चुनाव में भी सत्ता विरोधी लहर को मात देने के लिए अपने कुछ मौजूदा विधायकों का टिकट काट सकती है। बीजेपी टिकट बंटवारे में सिर्फ और सिर्फ जीतने की क्षमता रखने वाले नेताओं पर ही दांव लगाएगी। सूत्रों के अनुसार, पार्टी कई मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है और उनकी जगह नए चेहरों को उतारा जा सकता है। मध्यप्रदेश में मौजूदा जिन विधायकों के खिलाफ उनके ही क्षेत्र में माहौल सही नहीं है या फिर जिनकी उम्र 70 प्लस हो रही है, उन विधायकों की जगह नए चेहरे को टिकट दिए सकते हैं। बीजेपी के हिंदुत्व की काट कोई भी पार्टी तलाश नहीं सकी है। बीजेपी के लिए सियासी तौर पर यह मुद्दा काफी मुफीद माना जाता है। ऐसे में बीजेपी मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के एजेंडे को धार देगी। उज्जैन में महाकाल कॉरीडोर और तीर्थ दर्शन जैसी अन्य धार्मिक योजनाओं को उपलब्धि के तौर पर चुनाव में पेश करने का प्लान बनाया गया है

मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान समाप्ति का इंतजार. प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले…