न रेल आ रही है- न रेल रुक रही है, कोरा जबानी जमा खर्च में सीधी की जनता छली जा रही है- उमेश तिवारी

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मंगल भारत सीधी मडवास :- टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि हम जिले वासियों के लिए रेल एक ऐसा सपना हो गया है जिस पर भरोसा नहीं हो रहा है कि हकीकत में यह सपना कभी होगा अपना।

ठोको ठोको क्रांतिकारी उमेश तिवारी
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आखिर जब जिले का प्रत्येक नागरिक, सभी जनप्रतिनिधि, सभी राजनैतिक दल, तमाम सामाजिक संगठन ललितपुर- सिंगरौली रेल लाइन का निर्माण चाहते हैं और जिला मुख्यालय का नजदीकी रेलवे स्टेशन मड़वास से गुजरने वाली सभी रेलगाड़ियों का ठहराव मड़वास स्टेशन में चाहते हैं तो फिर कौन सी ऐसी बाधा है जो राहु बनकर सीधी जिले के लोगों की सुविधाओं एवं विकास में ग्रहण बन गई है ? सीधी को रेल नेटवर्क से जोड़ने की जवाबदेहों की श्रेय लेने की होड़ की उछलकूद मात्र हो-हल्ला साबित हो रही है। श्री तिवारी ने कहा है कि कटनी चोपन रेल मार्ग में सीधी जिले के पांच रेलवे स्टेशन आते हैं लेकिन इन स्टेशनों से भोपाल एवं दिल्ली को गुजरने वाली रेलगाड़ियों का ठहराव किसी भी स्टेशन में ना होना सीधी के लोगों के साथ सौतेलापन है। रेलगाड़ियों के ठहराव हेतु मड़वास ग्राम में रेल महापंचायत कर रेलवे विभाग को जिले की जन भावना से अवगत कराया गया था और कहा गया था कि यदि दिसंबर 2017 तक भोपाल एवं दिल्ली जाने वाली गाड़ीयों का ठहराव मड़वास स्टेशन में शुरू नहीं किया गया तो जनवरी महीने में जनता स्वयं रेल रोकेगी। रेल महापंचायत के लिए गए फैसले अनुसार आम लोगों द्वारा तमाम सामाजिक संगठनों, राजनैतिक दलों के साथ मिलकर 21जनवरी 2018 को मड़वास ग्राम रेलवे स्टेशन में “रेल रोको आंदोलन” किया जाएगा। श्री तिवारी ने कहा है कि सीधी में रेल हेतु जिन-जिन के भी द्वारा जैसा भी प्रयास किया जा रहा है वह निश्चय ही सराहनीय है। जनतंत्र में जन आंदोलन कारगर प्रयास होता है अतः जिले के हर वर्ग से अपील है कि वह 21 जनवरी 2018 को “रेल रोको आंदोलन” में शामिल होने हेतु सुबह 10:00 बजे रेलवे स्टेशन मड़वास ग्राम पहुंचे।