छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: नक्सलियों की चेतावनी, बीजेपी का बहिष्कार करें आदिवासी

बीजापुर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नक्सली भी ऐक्टिव हो गए हैं। बस्तर इलाके में नक्सली पोस्टरों और मीटिंग के जरिए चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी का बहिष्कार करने को कह रहे हैं। नक्सलियों ने दूर-दराज के जंगलों में लगे इन पोस्टरों पर लिखा है, ‘बायकॉट फेक छत्तीसगढ़ चुनाव’। वहीं दूसरा पोस्टर में ग्रामीणों से कहा गया है कि कि ‘कॉर्पोरेट ऐंड हिंदू फासिस्ट’ बीजेपी का बहिष्कार करो और दूसरी राजनीतिक पार्टियों को जन अदालत में खड़ा करो। इन पोस्टरों को सीपीआई (माओवादी) ने जारी किया है।

दूर-दराज के जंगलों में कई पोस्टर लगे हैं जिसमें लिखा है, ‘देशी-विदेशी कॉर्पोरेट घराना प्रस्थ व ब्राह्मण या हिंदुत्व फासीवादी बीजेपी को मार भगाओ। वोट मांगने आने वाले अन्य दलों को जन अदालत के कटघरे में खड़ा करो।’ सीपीआई के एक दूसरे पोस्टर में लिखा है- ‘फर्जी छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव का बहिष्कार करो। जनता सरकार को मजबूत करेंगे, उनका विस्तार करेंगे, जनयुद्ध को तेज करके, दमन योजना समाधान को हराएंगे।’

बता दें कि नक्सली अधिकतर सत्ताधारी दल पर ही निशाना साधते हैं क्योंकि वे लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ हैं। यहां यह भी चर्चा है कि उग्रवादियों ने गांववालों को धमकी दी है कि अगर उनके हाथ की उंगली में स्याही का निशान लगा होगा जिसका मतलब वह वोट देकर आए हैं तो उनके हाथ काट दिए जाएंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस के आईजी विवेकानंद कहते हैं कि उग्र वामपंथी गांव में मीटिंग करके ग्रामीण को धमकाते हैं और उन्हें चुनाव से दूर रहने को कहते हैं।

इलाके में सुरक्षा बल तैनात
उन्होंने बताया, ‘हमने छापे के दौरान लिखित सामग्री जब्त कर ली है जो साबित करता है कि नक्सली सीधे-सादे आदिवासियों को धमकाते हुए बीजेपी, कांग्रेस या किसी और पार्टी को वोट न करने को कहते हैं। बीजापुर में तैनात एक वरिष्ठ पैरामिलिट्री अधिकारी ने आशंका जाहिर करते हैं कि यूं तो राज्य में भारी-भरकम सुरक्षा बल की तैनाती की गई है लेकिन नक्सली अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए हिंसा भड़काने की कोशिश कर सकते हैं।

उम्मीदवारों को सुरक्षा दी जाएगी
बस्तर आईजी ने कहा, ‘शांतिपूर्ण चुनाव को सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस ने एक सिक्यॉरिटी ब्लू प्रिंट तैयार किया है जो अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों को सुरक्षा देंगे। चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को दो पीएसओ मिलेंगे। अगर खतरे की संभावना अधिक होगी तो उम्मदीवारों को सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। छत्तीसगढ़ सरकार नक्सली धमकी के चलते करीब 58 राजनेताओं को अलग-अलग कैटिगरी में पुलिस सुरक्षा प्रदान करती है- इसमें वाई से जेड प्लस कैटिगरी शामिल है।