ग्वालियर। नगर निगम में चपरासी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुछ लोगों ने 62.8 लाख रुपए की ठगी कर ली। ठगी करने वालों ने कई लोगों को ठगा है। अभी 9 पीड़ित पुलिस तक पहुंचे हैं।
घटना जुलाई 2017 से नवंबर 2018 के बीच गदाईपुरा की है। ठगने वालों में एक नगर निगम में पदस्थ वाहन चालक है। जिस पर पहले भी दो मामले इसी तरह ठगी के दर्ज हो चुके हैं। फिलहाल वह जेल में है।
हजीरा के गदाईपुरा निवासी नवीन पुत्र मदन बाथम टीवी रिपेयरिंग की दुकान चलाता था। वर्ष 2017 में उसकी मुलाकात रवि कुमार निवासी थाटीपुर से हुई। रवि निगम में वाहन चालक है। उससे नवीन ने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नगर निगम से लोन दिलाने के लिए कहा था। इस पर रवि व उसके साथियों ने उनकी पहचान वरिष्ठ अधिकारियों से होने का जिक्र किया।
साथ ही नवीन को दुकान की जगह नगर निगम में चपरासी व अन्य नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। बदले में 5 से 6 लाख रुपए का खर्च बताया। पर स्थायी नौकरी के लालच में वह रवि के जाल में फंस गया। जुलाई 2017 में उसने उसे 3 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद रवि व उसके साथ देवेन्द्र सेंगर, कमल सेंगर, संजना, लाखन व देवेन्द्र शर्मा ने नवीन सहित 9 लोगों से 62.8 लाख रुपए नौकरी के नाम पर लिए। एक-एक सदस्य से 6 से 7 लाख रुपए लिए गए हैं।
इसके बाद यह लोग नौकरी के लिए चक्कर लगाते रहे और आरोपी उन्हें टहलाते रहे। जब नौकरी नहीं मिली और जिनसे नौकरी के नाम पर नवीन ने कर्ज लिया था। वह घर के चक्कर लगाने लगे तो उसने 9 लोगों सहित एसपी को मामले की शिकायत की। जिस पर एसपी ने एएसपी को जांच के लिए निर्देशित किया। एएसपी शहर की जांच के बाद इस मामले में बुधवार रात 8 बजे मामला दर्ज किया गया है।
इन पर हुई एफआईआर
देवेन्द्र सेंगर, कमल सेंगर, रवि, संजना, लाखन व देवेन्द्र शर्मा के खिलाफ हजीरा थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बताया गया है कि रवि पहले से ही नगर निगम में कर्मचारी है। उस पर इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले भी पूर्व में दर्ज हो चुके हैं। फिलहाल रवि अभी जेल में है।